श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह अभियान को मोहाली जिले में गति प्रदान करने तथा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र श्री अयोध्या धाम जैसा ही माहौल मोहाली जिले में पैदा करने के उद्देश्य से कल चालू वर्ष के अंतिम दिन
श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह अभियान को मोहाली जिले में गति प्रदान करने तथा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र श्री अयोध्या धाम जैसा ही माहौल मोहाली जिले में पैदा करने के उद्देश्य से कल चालू वर्ष के अंतिम दिन मोहाली जिले के सभी नगरों में हजारों की संख्या में जहां पवित्र श्री अक्षत कलश स्थापित किए गए हैं, वहां विशाल स्तर पर हवन यज्ञों, सुन्दरकाण्ड पाठ, हनुमान चालीसा सहित भजन कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास जिला मोहाली के पालक तथा विश्व हिंदू परिषद् के जिला प्रतिनिधि के तौर पर कार्यरत राजीव शर्मा ने बताया है
कि कल सनातन संस्कृति के रीति रिवाजों के अनुसार धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होने के बाद समस्त जिले में पहले ही गठित की जा चुकी रामभक्तों की हजारों की संख्या में टोलियों को घर घर जाकर वितरित करने के लिए अक्षत सहित निमंत्रण पत्रक पोटलियां सौंप दी जायेगी।
जीरकपुर नगर संयोजक संजीव राठी के अनुसार जीरकपुर नगर में भी कल करीब 40 विभिन्न स्थानों पर स्थित मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान उपरांत श्री अयोध्या धाम से पहुंची अक्षत पोटलियां श्री राम भक्तों को सौंप दी जायेंगी। श्री शिव मंदिर रेलवे फाटक ढकोली के महासचिव गुरमीत सिंह ने बताया है कि कल उनके मंदिर में शाम 4 बजे से सामूहिक सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया जायेगा।
श्री लाल जी द्वार मन्दिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान रमेश चढ्ढा के अनुसार उनके मंदिर में सुबह साढ़े ग्यारह बजे से भजन कीर्तन कार्यक्रम आयोजित होगा। गौरतलब होगा कि अक्षत पोटलियों में अराध्य भगवान श्री राम मन्दिर का स्वरूप, पूजित पीले चावल तथा अयोध्या जी में निर्माणाधीन मन्दिर का विवरण सहित मंदिर दर्शन निमंत्रण पत्रक शामिल है।
यह सामग्री जीरकपुर नगर सहित समस्त मोहाली जिले में निवास करने वाले सभी रामभक्तों के हाथों में बिना किसी जातिगत, सामाजिक या राजनैतिक भेदभाव के पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। इस अभियान में समस्त मोहाली जिले की धार्मिक, सामाजिक तथा एन.जी.ओ के रूप में कार्यरत संस्थाओं को भी शामिल किया जा रहा है। यह सम्पर्क अभियान नव वर्ष की शुरुआत 1 जनवरी से 15 जनवरी तक राममय वातावरण में सदभावना के साथ सम्पन्न कराने की योजना है।