कीमतें आम लोगों की पहुंच से बाहर इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रमोशन जोरों पर लेकिन लोगों का रिस्पॉन्स नहीं के बराबर?
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चंडीगढ़, 4 अक्टूबर
यूटी प्रशासन इलेक्ट्रिक वाहनों को दे रहा बढ़ावा, लेकिन लोगों का रेस्पॉन्स नहीं के बराबर!
यूटी प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की जगह पेट्रोल-डीजल वाहन खरीदना पसंद कर रहे हैं। इसका कारण इलेक्ट्रिक वाहनों की कम विश्वसनीयता और ऊंची कीमतें हैं। यूटी प्रशासन ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास किए हैं, लेकिन लोगों ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है।
यूटी प्रशासन की ओर से इलेक्ट्रिक वाहन नीति को जोर-शोर से बढ़ावा दिया जा रहा है। पहले वर्ष इस नीति को बहुत कम प्रतिक्रिया मिली है। शहर में गैर-इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में बहुत अधिक है।
20 सितंबर 2022 से 18 सितंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में केवल 1807 दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हुए हैं। जबकि 19593 गैर-इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का पंजीकरण किया गया है। इसी तरह, शहर में 752 चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं, जबकि 26,372 गैर-इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहन पंजीकृत किए गए हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों के कम रुझान को देखते हुए फेडरेशन ऑफ ऑटो मोबाइल डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के एक सदस्य ने कहा कि अधिक लागत के कारण इलेक्ट्रिक वाहन आम लोगों की पहुंच से बाहर हैं। साथ ही, इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियां महंगी हैं।
एक ऑटोमोबाइल डीलर ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की तुलना में दोगुनी है। इसके अलावा शहर में चार्जिंग स्टेशनों की संख्या कम होने के कारण भी लोग इलेक्ट्रिक वाहन कम खरीद रहे हैं