एडवोकेट सिप्पी मर्डर केस में चंडीगढ़ कोर्ट ने CBI को दिया नोटिस -जज की बेटी कल्याणी सिंह ने मांगे सबूत
रागा न्यूज़, चंड़ीगढ़ – लगभग 8 साल पहले हुए एडवोकेट सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू हत्याकांड में चंडीगढ़ CBI कोर्ट आरोपी कल्याणी सिंह (36) पर आरोप तय की कार्रवाई जल्द शुरू कर सकती है। वहीं कल्याणी द्वारा मामले में खुद को आरोप मुक्त करने के लिए बहस भी पेश की जाएगी।
कोर्ट ने 9 मार्च के लिए CBI को नोटिस जारी करते हुए कल्याणी की एक अर्जी पर जवाब पेश करने को कहा है। वहीं इस दौरान आरोप तय की कार्रवाई को लेकर बहस भी पेश की जाएगी।
शिमला हाईकोर्ट चीफ जस्टिस की बेटी कल्याणी ने दायर एप्लिकेशन में CBI द्वारा CRPC की धारा 173 (2) के तहत पेश अंतिम जांच रिपोर्ट से जुड़ा रिकॉर्ड डी-सील करने और सभी गवाहों की पूरी स्टेटमेंट देने की मांग की है।
थाना पुलिस के 161 बयानों की
कॉपी
कल्याणी ने अर्जी में कहा है कि जांच एजेंसी ने अपनी अंतिम 7 दिसंबर, 2020 रिपोर्ट (अनट्रेस रिपोर्ट) और CRPC 173 (8) के तहत 12 सितंबर, 2022 की जिस रिपोर्ट में गवाहों की स्टेटमेंट को आधार बनाया है वह प्रदान किए जाए। इसमें थाना 26 पुलिस द्वारा दर्ज किए गए 161 गवाहों के बयान भी शामिल हैं। बता दें कि मामले में CBI कोर्ट ने आरोप तय को लेकर बहस पर भी विचार करना है।
किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए ज़रुरी
कल्याणी का कहना है कि आरोप तय की कार्रवाई को लेकर कोर्ट द्वारा CBI द्वारा इकट्ठे किए गए सबूतों को देखे जाने की जरूरत है। आरोप तय करने और आरोप मुक्त करने के लिए किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए इस सबूतों को देखे जाना बेहद जरूरी है। कोर्ट ने मामले में अब 9 मार्च के लिए CBI को नोटिस जारी किया है। इसमें कल्याणी की अर्जी पर जवाब पेश करना होगा और आरोप तय पर भी बहस हो सकती है।
सितंबर, 2015 में 4 गोलियां मार
हत्या
मोहाली निवासी एडवोकेट सिप्पी सिद्धू राष्ट्रीय शूटर भी था। 20 सितंबर, 2015 को उसकी सेक्टर 27 स्थित एक ग्रीन बेल्ट पार्क में 4 गोलियां मार हत्या की गई थी। CBI का कहना है कि कल्याणी की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें सिप्पी ने उसके परिवार और दोस्तों को सार्वजनिक कर दी थी। ऐसे में कल्याणी ने बदला लेने की भावना में प्लानिंग कर सिप्पी को सेक्टर 27 बुला उसकी हत्या की थी।
पुलिस पर ढील बरतने के आरोप थे चंडीगढ़ पुलिस द्वारा मामले में ढील बरतने के आरोप लगा मृतक के परिवार ने प्रशासन ने किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी को जांच सौंपे जाने की मांग की थी। जिसके बाद मामला CBI को ट्रांसफर किया गया था। वर्ष 2016 में CBI ने नए सिरे से केस दर्ज किया था। दिसंबर 2020 में अनट्रेस रिपोर्ट दायर की गई थी। जिसके बाद भी केस की जांच जारी रखी गई और 15 जून, 2022 को कल्याणी को गिरफ्तार किया गया।