युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं, बातचीत ही एकमात्र रास्ता है… पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में बोले पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय मुलाकात हुई है. बैठक में पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए खतरा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मॉस्को पर हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा कि हम उस दर्द को समझते हैं. भारत 40 साल से आतंकवाद झेल रहा है. वहीं पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि रूस के साथ भारत का दशकों पुराना रिश्ता है. भारत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है। पिछले कुछ वर्ष मानवता के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। आने वाले समय में भारत और रूस के रिश्ते और भी मजबूत होंगे. रूस की मदद से तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. रूस की मदद से भारत को सस्ता तेल मिल रहा है. भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज उठाई है. हमने यूक्रेन युद्ध पर खुले मन से अपने विचार व्यक्त किये हैं।
बैठक में पीएम मोदी ने और क्या कहा?
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आने वाले समय में भारत और रूस के रिश्ते और मजबूत होंगे. एक सच्चे दोस्त की तरह आपने मुझे कल फोन किया। पेट्रोल और डीज़ल को लेकर आपका समर्थन सराहनीय है. पूरी दुनिया मेरी यात्रा देख रही है।’ हम दोनों ने यूक्रेन पर अपने विचार व्यक्त किये। युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं है. युद्ध मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती है. भारत दोनों देशों के बीच शांति बहाल करने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है। हम दोनों मिलकर काम करेंगे.’
पुतिन के साथ बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल में दुनिया को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. कई चुनौतियाँ सामने आईं, पहले कोविड-19 के कारण और फिर विभिन्न संघर्षों के कारण। भारत रूस और यूक्रेन के बीच शांति का पक्षधर है. समस्या का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जा सकता है. भारत शांति का पक्षधर है.
वहीं पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही पुतिन ने युद्ध खत्म करने के लिए भारत की ओर से किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार भी जताया. उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच रिश्ते अच्छे हैं. भारत ने भी आतंकवाद का सामना किया है. इसके साथ ही पुतिन ने पीएम मोदी को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.