देशव्यापी हड़ताल के तहत चंडीगढ़ में मजदूरों ने किया रोष प्रदर्शन, जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर उठाई आवाज़।

बुधवार को मजदूर-कर्मचारी ट्रेड यूनियन संगठनों के देशव्यापी हड़ताल के आह्वान पर देशभर में मजदूरों-कर्मचारियों ने सड़कों पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। इसी कड़ी में चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा क्षेत्र में कारख़ाना मज़दूर यूनियन, चंडीगढ़ की ओर से एक जोरदार रोष प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर यूनियन नेता मानव ने केंद्र की मोदी सरकार, पंजाब की भगवंत मान सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन की नीतियों को जन विरोधी बताते हुए कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इन सरकारों द्वारा देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हितों में बनाई जा रही नीतियों के कारण मजदूरों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नीतियों से मेहनतकश वर्ग, अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी और जनतांत्रिक आवाज़ें लगातार दमन का शिकार हो रही हैं। मानव ने कहा कि चार श्रम कोड जैसे मज़दूर विरोधी कानूनों ने कानूनी अधिकारों को सीमित कर दिया है और मजदूरों से 12-14 घंटे काम लेकर उन्हें मामूली वेतन दिया जा रहा है, जबकि महंगाई चरम पर है। सरकारी योजनाओं जैसे नरेगा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कटौती को लेकर भी उन्होंने चिंता जाहिर की।