हरियाणा में कब-कब हुए पेपर लीक और भर्ती घोटाले? भूपेंद्र हुड्डा बोले- जांच हुई तो फंस सकते हैं कई बड़े ‘मगरमच्छ’

नूंह के पुन्हाना में 12वीं कक्षा के अंग्रेजी का पेपर आउट होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में पेपर लीक और भर्ती घोटाले के मामले गिनाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल बोर्ड और ग्रुप डी से लेकर एचसीएस तक के पेपर लीक हुए हैं। पेपर लीक माफिया हर स्तर पर अपना वर्चस्व जमा चुका है।
हुड्डा ने कहा कि कुछ दिन पहले ही पेपर घोटालों की कड़ी में नया नाम रोहतक में एमबीबीएस पेपर घोटाले का जुड़ा था। तमाम पेपर लीक घोटालों की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह मांग कांग्रेस ने सड़क से लेकर विधानसभा तक उठाई, लेकिन प्रदेश सरकार हमेशा जांच से भागती नजर आई। भाजपा को पता है कि जिस दिन इसकी जांच होगी तो कई बड़े मगरमच्छ शिकंजे में फंस सकते हैं।
अनगिनत पेपर लीक और भर्ती घोटाले
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में एचसीएस (2023), सीईटी (2023), एसआई भर्ती (मार्च 2022), डेंटल सर्जन (दिसंबर 2021), पुलिस कांस्टेबल भर्ती (अगस्त 2021), ग्राम सचिव भर्ती (12 जनवरी 2021), क्लर्क भर्ती (दिसंबर 2016), क्लर्क भर्ती (बिजली विभाग), एक्साइज इंस्पेक्टर (दिसंबर 2016) में घोटाले हुए हैं।
एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर (जुलाई 2017), कंडक्टर भर्ती (सितंबर 2017), आईटीआई इंस्ट्रक्टर भर्ती, आबकारी इंस्पेक्टर, नायब तहसीलदार, पीटीआई, एचटेट (नवंबर 2015), केंद्रीय विद्यालय संगठन प्राइमरी टीचर (अक्टूबर 2015), असिस्टेंट प्रोफेसर कॉलेज (फरवरी 2017), बी फार्मेसी (जुलाई 2017) जैसे अनगिनत पेपर लीक और भर्ती घोटाले हुए हैं।
‘घोटाले की सूची काफी लंबी’
हुड्डा ने कहा कि सीईटी की मुख्य परीक्षा में ग्रुप-56 और ग्रुप-57 का पेपर कापी करके लीक किया गया। 100 में से 41 सवाल जो छह अगस्त के पेपर में आए, वो सात अगस्त के पेपर में रिपीट हो गए।
यह पेपर लीक का नया तरीक़ा है। एचपीएससी में पैसों के साथ पकड़े गए अधिकारी से लेकर एचएसएससी में रिजल्ट बदलते कर्मचारी पकड़े गए। इसी तरह अन्य घोटालों की सूची भी काफी लंबी है।
RAGA NEWS ZONE
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