“आतंकवादी को धर्म नहीं, कर्म देखकर मारेंगे”, राजनाथ सिंह बोले- भारत को बड़ी शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के रायसेन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकवाद, भारत की तेज गति से हो रहे विकास और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बात की। उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ भारत की कड़ी कार्रवाई का जिक्र किया और कहा कि हमने भी तय किया कि हम किसी का धर्म पूछकर नहीं मारेंगे।
“धर्म पूछकर नहीं मारेंगे, कर्म देखकर उन्हें मारेंगे”
राजनाथ सिंह ने कहा, “आतंकवादी यहां आए और लोगों से धर्म पूछकर उन्हें मार डाला। हमने भी तय किया कि हम किसी का धर्म पूछकर नहीं मारेंगे, हम उनके कर्म देखकर उन्हें मारेंगे, और हमने उन्हें मार डाला।” रक्षा मंत्री ने कहा कि जब सीता जी लंका में थीं, तब रावण ने उनका अपहरण कर लिया था। जब हनुमान जी वहां पहुंचे, तो उन्होंने उत्पात मचाया और जब वे सीता जी के पास पहुंचे, तो उन्होंने बहुत विनम्रता से कहा, “हे हनुमान! आपने यह क्या किया? आपने लंका में इतना उत्पात क्यों मचाया? आपने इतने लोगों को क्यों मारा?” हनुमान जी बहुत विनम्रता से बैठे और हाथ जोड़कर सीता जी से कहा, “हे माता, जिन मोहि मारा, तिन माई मारे। जिन्होंने हमारे लोगों को मारा, हमने उन्हें मार डाला।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोग भारत की तेजी से हो रहे विकास से खुश नहीं हैं। उन्हें ये पसंद नहीं आ रहा है । ‘सबके बॉस तो हम हैं’, भारत इतनी तेजी से कैसे आगे बढ़ रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ देश यह कोशिश कर रहे हैं कि भारत में बनी चीजें महंगी हो जाएं, ताकि दुनिया उन्हें न खरीदे, लेकिन भारत इतनी तेजी से प्रगति कर रहा है कि अब दुनिया की कोई भी ताकत उसे एक बड़ी शक्ति बनने से नहीं रोक सकती।
उन्होंने रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती शक्ति का जिक्र करते हुए कहा, “जहां तक रक्षा क्षेत्र की बात है, आपको यह जानकर खुशी होगी कि अब हम 24 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के रक्षा उत्पाद निर्यात कर रहे हैं। यह भारत की ताकत है, यह नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है और निर्यात लगातार बढ़ रहा है।”
“मध्य प्रदेश ‘आधुनिक प्रदेश’ के नाम से जाना जाएगा”
राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के विकास की प्रशंसा करते हुए कहा, “मध्य प्रदेश के विकास को देखकर मैं कह सकता हूं कि आने वाले सालों में मध्य प्रदेश ‘आधुनिक प्रदेश’ के नाम से जाना जाएगा।” उन्होंने उस रेल कोच फैक्ट्री की भी सराहना की, जिसका शिलान्यास हुआ और जिसका नाम ‘ब्रह्मा’ रखा गया है।
उन्होंने कहा, “आज जिस रेल कोच फैक्ट्री का शिलान्यास हुआ, मैंने देखा कि आपने उसका नाम ‘ब्रह्मा’ रखा है। निर्माता के नाम पर इस इकाई का नाम रखना अपने आप में एक बहुत ही अद्भुत सुझाव है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह इकाई अपने नाम से प्रेरणा लेकर और इसे साकार करते हुए उत्पाद निर्माण के मामले में नई ऊंचाइयों को छुएगी।”