Haryana Vidhansabha Chunav: विधानसभा चुनाव से पहले उठी भूपेंद्र हुड्डा की गिरफ्तारी की मांग, जानें क्या है मामला
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर ED ने बड़ा एक्शन लिया है. मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में हुड्डा सहित कई अन्य आरोपियों की 834 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. ये संपत्ति दिल्ली और गुरुग्राम के 20 गांवों में हैं. वहीं अब ED की कार्रवाई के बाद इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने हुड्डा पर निशाना साधते हुए उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की संपत्ति को ED द्वारा कुर्क करने पर इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला का बड़ा बयान सामने आया है. अभय चौटाला ने कहा कि सबसे पहले उन्होंने विधानसभा पटल पर 400 पेज की एक रिपोर्ट भाजपा सरकार को सौंपी थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अभय चौटाला ने कहा कि उस समय ही अगर प्रदेश सरकार गंभीर होती तो अब तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी होती. अभय चौटाला ने कहा कि अब ईडी द्वारा 850 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क करने के बाद ये स्पष्ट हो गया है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कई घोटाले किए हैं.
अभय चौटाला ने कहा कि अब भी अगर सरकार वाकई में गंभीर है तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करके उन्हें जेल में डाले. अभय चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सरकार में रहते हुए किसानों से सस्ती जमीन लेकर बड़े-बड़े बिल्डरों को महंगे दामों में बेची थी. अभूपेंद्र सिंह हुड्डा से ईडी पूछताछ कर चुकी है, पूछताछ के बाद ED के पास सारे सबूत भी हैं, ऐसे में अब गिरफ्तारी में देरी क्यों की जा रही है. अभय चौटाला ने कहा कि अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गिरफ्तारी जल्द नहीं हुई तो इसका मतलब साफ है कि भाजपा और कांग्रेस आपस में मिले हुए हैं.
भूपेंद्र हुड्डा सहित कंपनियों ने नगर एंव ग्राम नियोजन विभाग (DTCP) के तत्कालीन डायरेक्टर त्रिलोक चंद गुप्ता के संग मिलकर सस्ते दामों पर जमीन के मालिक बन गए थे. इस वजह से न केवल लोगों को नुकसान हुआ, बल्कि सरकार को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा. इस मामले में 6 साल पहले FIR दर्ज हुई थी, जिस पर अब ED ने एक्शन लिया है.