हरियाणा विधानसभा सत्र में ‘गब्बर’ को लेकर हंगामा: अनिल विज के बयान पर विपक्ष ने ली चुटकी, बोले- गृहमंत्री बना दो, सब ठीक हो जाएगा
आज हरियाणा विधानसभा सत्र का पहला दिन है। इस दौरान सबसे पहले हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण हुआ। इस दौरान उन्होंने सरकार की कई नीतियों पर बात की और साथ ही कई और ऐलान भी किए। इसके अलावा विधानसभा में पक्ष और विपक्ष भी एक दूसरे पर हमलावर नजर आए। इस दौरान कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने राज्य मंत्री अनिल विज की जान को खतरा होने वाले बयान का जिक्र किया। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने चुटकी ली।
हरियाणा के गब्बर यानी अनिल विज के एक बयान को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ। अनिल विज ने कुछ समय पहले कहा था कि उन्हें मरवाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि वो छावनी से छह बार चुनाव जीत चुके हैं और सातवीं बार जीत न जाएं इसलिए उन्हें मरवाने की साजिश की जा रही है। इसके लिए उन्होंने डीसी पार्थ गुप्ता को खरी खोटी भी सुनाई थी। उन्होंने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।
इसी बात को लेकर कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने मंत्री अनिल विज के बयान को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अनिल विज की जान को खतरा बताने वाले बयान पर अब तक सैनी सरकार ने कोई इस पर कोई जवाब क्यों नहीं दिया। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने की मांग की और इस बात को गंभीरता से लेने की बात कही।
इस बात पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने चुटकी लेते हुए कहा कि अनिल विज को गृह मंत्री बना दीजिए, उसके बाद सब ठीक हो जाएगा। इस पर सदन के सबसे सीनियर विधायक कांग्रेस के रघुवीर कादियान ने चुटकी लेते हुए कहा कि ये आम आदमी की सुरक्षा का मामला नहीं है। ये कैबिनेट मंत्री की सुरक्षा का सवाल है और उन्हें गब्बर कहा जाता है।
बता दें कि अनिल विज ने विधानसभा चुनाव के दौरान गरनाला और शाहपुर में जनसभा करने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति ली थी। इन जगहों पर होने वाले विरोध से पहले ही प्रशासन को सूचना दी थी। इसके बावजूद दोनों जगहों पर हंगामा हुआ। गरनाला में अनिल विज के समर्थक और दूसरी पार्टियों के समर्थक एक दूसरे से भिड़ गए थे। इस दौरान विज के समर्थक दूसरी पार्टी के समर्थकों पर भारी पड़ गए थे।
वहीं शाहपुर में भी ऐसी ही घटना घटित हुई। इसको लेकर विज ने पुलिस और प्रशासन के कामों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उनकी जान को खतरा है। उन्हें मारने की कोशिश की जा रही है, ताकि वे सातवीं बार चुनाव न जीत सकें।