टोल टैक्स: हाईवे और एक्सप्रेसवे से रोजाना चलने वाले लाखों लोगों को मिल सकती है बड़ी राहत, आपके पैसों की होगी बचत

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय देशभर में सड़कों का नेटवर्क तैयार कर चुका है. एक कोने से दूसरे कोने अपने वाहनों से आना जाना आसान हो गया. यही वजह है कि तमाम लोग अब ट्रेन के बजाए वाहनों से सफर करना ज्यादा बेहतर समझते हैं. एक्सप्रेसवे और हाईवे का सफर करने में लोग इंज्वाय करते हैं. लेकिन इस सफर के लिए टोल चुकाना जरूर भारी पड़ता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय यहां से रोजाना गुजरने लाखों वाहन चालकों को राहत देने पर विचार कर रहा है. क्याा होगी राहत? यहां जानिए
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार देशभर में 1.5 किमी. एनएचएआई का कुल नेटवर्क है. इसमें करीब 90 हजार किमी. नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया के पास हैं.जिनमें 45000 किमी. पर टोल लगता है. इन एनएच पर 1063 टोल प्लाजा हैं. इनमें रोजाना लाखों वाहन ऐसे हैं, जिनका रोजाना आना और जाना होता है. मौजूदा समय इन वाहनों चौबीस घंटे के अंदर वापस लौटने पर आने-जाने के कुल भुगतान का डेढ़ गुना चुकाना होता है. इन वाहन चालाकों को राहत देने के लिए मंत्रालय विचार कर रहा है.
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार टोल प्लाजा से रोजाना गुजरने वाले वाहनों के लिए मासिक पास जैसी व्यवस्था पर विचार किया है. इस पर मंथन किया जा रहा है कि इन पास को जारी करने का आधार क्या होगा? किन वाहनों को इस श्रेणी में रखा जाए और कितको नहीं. इस पर अधिकारियों और एक्सपर्ट की टीम मंथन कर रही है. अधिकारियों के अनुसार संभावना है कि जल्द ही इस संबंध में मॉडल तैयार कर लिया जाएगा और फिर लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
देशभर के 1063 टोल प्लाजा में से 14 ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा कमाई होती है. मंत्रालय के अनुसार इनमें सालाना 200 करोड़ रुपये की कमाई होती है. सबसे ज्यादा कमाई वाले टोल अलग अलग राज्यों में हैं.