80-90 बार हारने वालों को बहस का हक नहीं… संसद सत्र के पहले दिन विपक्ष पर गरजे पीएम मोदी
महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों की चर्चा अभी थमी नहीं थी कि, संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज हो चुका है। देश की राजधानी दिल्ली में सांसदों का जमावड़ा लगा है। जहां एक तरफ विपक्ष वक्फ बिल और अडानी के मुद्दे पर सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी कर रहा है, तो सत्तारूढ़ दल भी विपक्ष के खिलाफ हुंकार भरने वाला है। विंटर सेशन के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तगड़ा हमला बोला है।
संसद सत्र के आगाज से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्हें जनता ने कई बार अस्वीकार किया हो, उन्हें संसद में बहस करने का कोई हक नहीं है। मीडिया से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि संसद में अच्छी बहस होनी चाहिए लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदों के लिए संसद की कार्यवाही को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं, संसद के काम में दखलअंदाजी करने से भी नहीं चूकते हैं।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर दो टूक हमला करते हुए कहा कि जिन्हें जनता ने 80-90 बार रिजेक्ट कर दिया है, जनता ने जिन्हें नकार दिया है, वो संसद में चर्चा नहीं होने देते हैं। वो मुट्ठीभर लोग हुड़दंगबाजी से संसद के काम को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। देश की जनता उनके इस व्यवहार को देखती है और समय आने पर सजा भी देती है। खासकर नए सासंदों के अधिकारों को कुछ लोग दबा देते हैं। उन्हें सदन में बोलने का अवसर तक नहीं मिलता है।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी 25 नवंबर से शुरू हुआ है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा। 25 दिन के इस सत्र में तगड़ा हंगामा देखने को मिल सकता है। खबरों की मानें तो विपक्ष अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों को लेकर सत्तापक्ष को घेरने वाला है। वहीं मोदी सरकार इसी सत्र में वक्फ बिल को भी संसद के पटल पर रख सकती है।