हरियाणा में नए जिलों के गठन पर फिर लगा ब्रेक: जातिगत जनगणना बनी बाधा, 15 जून को होगी कैबिनेट सब-कमेटी की अंतिम बैठक।

हरियाणा में नए जिलों का गठन एक बार फिर से अटक गया है। देशभर में जातिगत जनगणना शुरू होने जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि जातिगत जनगणना वर्तमान ढांचे में ही करवाई जाएगी। इस बीच किसी भी जिले, उपमंडल का गठन व पुनर्गठन नहीं होगा। उधर हरियाणा हरियाणा सरकार द्वारा गठित की गई कैबिनेट सब कमेटी का कार्यकाल भी 30 जून को पूरा होने जा रहा है। नए जिले बनाने को लेकर सब-कमेटी की अब तक 5 बैठकें हो चुकी हैं। इसमें जिलों से आई डिमांड की स्टडी के लिए संबंधित प्रशासन को निर्देश दिए जा चुके हैं। कैबिनेट सब-कमेटी की पूर्व में हुई बैठकों में फैसला लिया जा चुका है कि हरियाणा में नए जिले, उपमंडल, उप-तहसील और नई तहसीलें बनाने के लिए उपायुक्तों की सिफारिश जरूरी है। कमेटी ने जिलों के संबंध में कोई भी फैसला लेने के लिए 15 जून को चंडीगढ़ में बैठक बुला ली है। कार्यकाल पूरा होने से पहले होने वाली इस अंतिम बैठक में नए जिलों के निर्माण की अंतिम रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी जाएगी। प्रदेश में अभी 22 जिले हैं। जिन नए जिलों को बनाने की तैयारी है, उनमें हिसार का हांसी, सिरसा का डबवाली, करनाल का असंध, जींद का सफीदों और सोनीपत का गोहाना शामिल है। इनमें हांसी और डबवाली पहले ही पुलिस जिले बनाए जा चुके हैं। पिछली बैठक में कैबिनेट सब कमेटी द्वारा कई जिलों में गांवों की तहसीलों को बदला जा चुका है।