अंबाला में शादी रचा मायके चली गई दुल्हन, जब दूल्हे वाले बुलाने पहुंचे तो पैरों तले खिसक गई जमीन; खुल गया सारा पोल

गांव जटवाड के रहने वाले पीड़ित तेजिंद्र सिंह ने बताया कि कई जगह से रिश्ते की बातचीत चल रही थी। इसी दौरान जगजीत कौर, अमरजीत सिंह का जनवरी में फोन आया कि एक अच्छा रिश्ता है। 20 जनवरी को दिखाई तय की। उसकी माता, चाचा संतोख सिंह गांव धुरी में एक रेस्टोरेंट में गए, जहां पर सभी आरोपित मिले।
उसकी बहन ने बातचीत की तो बताया गया कि किसी भी रिश्तेदार को नहीं बुलाया गया है। शादी होने के बाद उसके घर वालों ने 11 फरवरी को अमन गार्डन अंबाला-नारायणगढ रोड हंडेसरा में रिसेप्शन पार्टी रखी। जिसमें भी केवल आरोपित ही आए।
बता दें कि दूल्हे की माता गुरमीत कौर ने मुंह दिखाई में आरोपित दुल्हन को अपना सोने का पुश्तैनी हार दिया। उसकी बहन कुलविंद्र कौर ने भी मुंह दिखाई में सोने की अंगूठी दी, उसने मुंह दिखाई में सोने की चैन व चांदी की पायल दी थी।
शादी के एक-दो दिन के बाद ही आरोपित दुल्हन सारा दिन अपने कमरे में बंद रहने लगी। जब उसकी माता गुरमीत कौर आरोपित दुल्हन को कुछ कहती तो वह तबीयत ठीक ना होने का बहाना बनाती। जब वह अपने काम पर चला जाता तब पीछे से आरोपित नशा करती थी।
शादी के 10-15 दिन बाद उसके घर से कॉल आई कि तबीयत खराब है, तो उनकी लड़की को दो से तीन दिन के लिए भेज दो। कुछ दिन बीत जाने के बाद पीड़ित परिवार ने फोन किया कि हम दुल्हन को लेने के लिए आ रहे हैं तो किसी ने कॉल नहीं उठाया।
ऐसे में जब दुल्हा पक्ष को शक हुआ और दुल्हा पक्ष बिना बताए आरोपित के गांव वाले घर पर पहुंचे, तो वहां पर दुल्हन नशे की हालत में दिखी।
जब उसे समझाने की कोशिश की तो उसने कहा कि उसे धोखाधड़ी करनी थी और उसने धोखाधड़ी कर ली है। उसने कम से कम ऐसे ही 50-60 शादियां की है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्होंने शादी में तकरीबन 10 लाख रुपये खर्च किए थे।