गुरुग्राम की तर्ज पर होगा सोनीपत का विकास! स्मार्ट पार्क और अच्छी सड़कों से होगी पहचान, सीएम ने 349.8 करोड़ के बजट को दी मंजूरी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोनीपत महानगर विकास प्राधिकरण (एसएमडीए) की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में सोनीपत महानगर क्षेत्र में बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 349.8 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई. बैठक में हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉक्टर अरविंद शर्मा, सोनीपत के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, विधायक निखिल मदान, देवेन्द्र कादियान, कृष्ण गहलावत और मेयर राजीव जैन उपस्थित रहे.
सोनीपत नगर निगम के नए भवन निर्माण के आदेश: प्राधिकरण की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर निगम सोनीपत के नए भवन का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों को अपने कार्यों के लिए अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर ना लगाने पड़ें, इसके लिए सोनीपत महानगर विकास प्राधिकरण का कार्यालय नगर निगम भवन बनने के बाद उसमें स्थानांतरित किया जाए.
तय वक्त पर काम पूरा ना करने वाले ठेकेदार पर होगी कार्रवाई: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नई योजनाओं और परियोजनाओं की योजना क्षेत्र की अनुमानित आबादी को ध्यान में रखकर बनाई जाए, ताकि विकास कार्यों से लोगों को अधिकतम लाभ मिल सके. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि ठेकेदार तय समय सीमा के भीतर विकास कार्य पूरा करें और ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए
इन परियोजनाओं को मिली मंजूरी: बैठक में प्राधिकरण ने सोनीपत महानगर विकास प्राधिकरण के तत्वावधान में एक एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) की स्थापना एवं निगरानी को मंजूरी प्रदान की. आईसीसीसी सोनीपत जैसे बढ़ते शहर में शहरी बुनियादी ढांचे और सेवाओं के प्रबंधन के लिए एक केंद्रीय तंत्रिका केंद्र के रूप में काम करेगा. आईसीसीसी के प्रमुख घटकों में शहर-व्यापी निगरानी प्रणाली, स्मार्ट पार्कों और स्मार्ट सड़कों के लिए आईसीटी बुनियादी ढांचा, एक अनुकूलनीय यातायात नियंत्रण प्रणाली, यातायात प्रवर्तन प्रणाली, परिवर्तनशील संदेश संकेत, स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग, एक आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली और एक सार्वजनिक संबोधन प्रणाली शामिल हैं.
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर जोर: खाद्य क्षेत्र और उद्योगों में शहर के तेजी से विकास को देखते हुए, प्राधिकरण ने दीनबंधु छोटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल में 3 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को एसबीआर (सीक्वेंसिंग बैच रिएक्टर) प्रौद्योगिकी पर आधारित 7.5 एमएलडी क्षमता वाले प्लांट में अपग्रेड करने को मंजूरी दी, जिसकी अनुमानित लागत 15.75 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही यमुना नदी के पास बेघा गांव से गन्नौर शहर तक 10 एमएलडी रैनी वेल और राइजिंग मेन के निर्माण के लिए 35.50 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना को भी मंजूरी दी गई. इस परियोजना का उद्देश्य गन्नौर और आसपास के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति को बढ़ाना है.
सेक्टर-4 में बनेगा वेस्ट टू वंडर पार्क: बच्चों को खेलने के लिए, परिवारों को आपस में मिलने-जुलने के लिए तथा बुजुर्गों को आराम करने के लिए एक तरोताजा वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से, सोनीपत के सेक्टर-4 में स्टेडियम के पीछे एक नया थीम-आधारित वेस्ट टू वंडर पार्क बनाया जाएगा. 26.38 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित इस पार्क में बड़ी संख्या में आगंतुकों के आने की उम्मीद है, जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि और सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से महत्वपूर्ण आर्थिक वृद्धि होगी.
सड़कों को किया जाएगा चौड़ा: पार्क में विभिन्न महाद्वीपों के विश्व प्रसिद्ध स्थलों का पुनर्निर्माण किया जाएगा, जिन्हें कलात्मक प्रतिष्ठानों में परिवर्तित अपशिष्ट और स्क्रैप सामग्री का उपयोग करके बनाया गया है. सोनीपत शहर में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए, विशेष रूप से बहालगढ़ रोड पर, प्राधिकरण ने 26.86 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से सेक्टर 29/7, 28/6 और 4/5 को विभाजित करने वाली सड़क को चौड़ा करने की मंजूरी दी. इस परियोजना में मौजूदा 7 मीटर चौड़े कैरिजवे को 14 मीटर चौड़े दोहरे कैरिजवे में विस्तारित करना शामिल होगा.
फुटपाथ और साइकिल ट्रैक का भी होगा निर्माण: इसके साथ ही बढ़ती यातायात मांगों को पूरा करने के लिए सड़क के दोनों ओर 2 मीटर चौड़ा साइकिल ट्रैक और 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ का निर्माण भी किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, प्राधिकरण ने कुंडली कस्बे में 28.15 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से वर्षा जल निकासी परियोजना के कार्यान्वयन को मंजूरी दी. वर्षा जल को उचित निपटान के लिए ड्रेन नंबर 6 में भेजा जाएगा.
दशहरा मैदान को भी मंजूरी: गांव रेवाली के पास सेक्टर-17 में दशहरा मैदान के निर्माण को भी मंजूरी दी गई. प्राधिकरण ने 42.37 करोड़ रुपये की लागत से खरखौदा शहर में वर्षा जल निकासी और नालियों के निर्माण तथा 47.54 करोड़ रुपये की लागत से सोनीपत शहर के लिए 2 नए रेनी वेल, मौजूदा एमबीएस तक राइजिंग मेन और अन्य संपर्क अवसंरचना की स्थापना द्वारा जलापूर्ति बढ़ाने को भी मंजूरी दी.
गुरुग्राम के तर्ज पर होगा विकास: बैठक के संबंध में बात करते हुए कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि सोनीपत नेशनल कैपिटल रीजन का क्षेत्र है. फरीदाबाद और गुरुग्राम की तरह सोनीपत भी विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. बैठक में सोनीपत को भी सभी सुविधाओं से लैस करने पर बात हुई. सीवर, पानी, सड़क, अस्पताल और स्कूलों जैसी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करना है.