श्री मद भागवत कथा और वृन्दावन प्राक्टय उत्सव के पांचवे दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 व्यंजनों के भोग लगाए
समय निकाल कर भगवान की अराधना जरुर करनी चाहिए: इंद्रेश महाराज
चंडीगढ़, 11 अक्टूबर 2024
श्री कृष्ण प्रिया जू संकीर्तन मंडल के तत्वाधान में सेक्टर 34 के मेला ग्राउंड में वृन्दावन प्राक्टय उत्सव और श्री मद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, जो 13 अक्टूबर तक चलेगा।
कथा का पांचवा दिन आज आरती और हरि के भजनों के साथ धूमधाम से शुरु हुआ। उसके बाद विश्व विख्यात कथा व्यास परम पूज्य श्री इंद्रेश महाराज ने भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग लगाने की कहानी बताई। उन्होंने कहा कि हमे
अपने व्यस्त समय में से भगवान को भी समय देना चाहिए और उनकी अराधना करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि इंद्र देव के प्रकोप से ब्रजवासियों को बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठा लिया था। इसके बाद उन्हें सात दिनों के लिए भूखा रहना पड़ा था, जिसके बाद उन्हें सात दिन आठ पहर के हिसाब से 56 व्यंजन खिलाए गए थे। तभी से यह ’56 भोग’ परंपरा की शुरुआत हुई है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र देव की पूजा को रोककर नंदवासी को श्री गोवर्धन पूजा शुरू करवाई थी। हमें भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से काफी कुछ सीखने को मिलता है।
इंद्रेश महाराज ने बताया कि कल का दिन बहुत अच्छा था। उन्हें लगा ही नहीं कि वह चंडीगढ़ में है, कल उन्हें वृंदावन ही लगता रहा। उन्होंने कहा कि ठाकुर जी के आगे कुछ ना कुछ नया करते रहना चाहिए, इससे वह प्रसन्न होते है। इंद्रेश जी ने बताया कि आज पंजाब यूनिवर्सिटी में भी बहुत उत्साह का माहौल था और वहां भी सब भक्ति में डूबे हुए थे।
आज कथा में गिरिराज पूजन हुआ और श्री गिरधर लाल जी को भक्तों द्वारा लाया गया 56 भोग लगाया गया। कथा में विश्व विख्यात भागवत भास्कर श्री कृष्णचंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) महाराज विशेष तौर पर आशीर्वाद देने पधारे। आज
हरियाणा प्रदेश के पूर्व ग्रह मंत्री अनिल विज भी व्यास पीठ से आशीर्वाद लेने कार्यक्रम में पहुंचे।
गौसेवा मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद जी महाराज ने गोसेवकों के संग कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
उल्लेखनीय है कि इस विशाल भागवत कथा के आयोजक बालीवुड के प्रसिद्ध गायक बी प्राक है तथा प्रख्यात वक्ता संदीप चुग कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं।उन्होने कहा कि कार्यक्रम में
पूज्य स्वामी कैलाश नंद गिरि जी महाराज महामंडलेश्वर निरंजन अखाड़ा परिषद, चित्रलेखा, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर सरकार), मनोज मोहन शास्त्री जी, मोहित मुरली जी, गुरुदेव भगवान जी और अनिरुद्धाचार्य सहित जाने माने धार्मिक गुरु पहुंच रहे है।