Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन के दिन इन 4 संयोग में बांधें राखी, भाई-बहन में बना रहेगा प्रेम!
हिन्दू धर्म में भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व हर साल बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है. इस पर्व के मौके पर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षा का वचन मांगती है. इस बार यह पर्व और भी खास होने वाला है, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 90 वर्ष के बाद रक्षाबंधन के दिन इस बार चार शुभ योग बन रहे हैं. जिसमें राखी बांधना बहुत ही शुभ माना जा रहा है.
पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. ये अपने आप में बहुत ही खास है. ऐसी मान्यता है कि बहन अपने भाई की कलाई पर जो राखी बांधती है वो सिर्फ राखी ही नहीं है बल्कि रक्षासूत्र होता है. ये भाई को हरेक बला से बचाता है. इसलिए भद्रा काल में ये सूत्र बांधना अशुभ माना गया है. इसलिए इस साल रक्षाबंधन के दिन 1 बजे के बाद ही अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधे.
रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ और रवि योग बन रहा है. इस बार 19 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा. 18 अगस्त को रात्रि में भद्राकाल प्रवेश कर रहा है. 19 को 1 बजे के बाद से रात्रि के 8 बजे तक राखी बांध सकते हैं. कच्ची राखी जरूर बांधें, क्योंकि ये राखी बहुत ही शुद्ध होती है. सावन माह के अंतिम सोमवार को इस बार रक्षाबंधन का पर्व पड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है. इस दिन बहने अपने भाई की कलाई पर रेशम अथवा सूती के रंगीन धागे बांध कर अपने भाई के आयुष्य की कामना और प्रर्थना कर सकती हैं.
पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त दिन सोमवार को दोपहर 1 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 25 मिनट तक राखी बांधने का शुभ समय रहेगा. इस समय में रक्षासूत्र बांधने से भाइयों को दीर्घायु के आशीर्वाद के साथ ऐश्वर्य और सौभाग्य का वरदान भी मिलेगा और भाई-बहन के बीच प्रेम बना रहेगा.
रक्षाबंधन के दिन राखी का विशेष महत्व है इसलिए इस दिन पूजन थाली में राखी अवश्य रखें. इस पवित्र दिन पर पहली राखी भगवान को अर्पित करें. इसके बाद ही भाई को राखी बांधें. ऐसा करने से भाई-बहन को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा पूजा में प्रयोग होने वाले साबुत चावल को अक्षत के रूप में अवश्य उपयोग करें. हर शुभ अवसर पर अक्षत का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में रक्षाबंधन के दिन आरती की थाली अक्षत जरूर रखें और भाई का तिलक करते समय अक्षत जरूर लगाएं.
रक्षाबंधन के दिन बहनें दीपक जलाकर अपने भाई की आरती उतारें. ऐसे में आरती की थाली में दीपक रखना न भूलें. हिंदू धर्म में दीपक सकारात्मकता और प्रकाश का प्रतीक माना गया है. इससे भाई-बहन के बीच का प्रेम हमेशा बना रहता है. रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर आरती की थाली में मिठाई जरूर होनी चाहिए. भाइयों का तिलक करने और रक्षा सूत्र बांधने के बाद मिठाई खिलाएं. ऐसा करने भाई-बहन के रिश्ते में मिठास बनी रहती है.