चंडीगढ़ में बारिश का कहर: सड़क धंसने से गड्ढे में गिरी बाइक, सेक्टर 38 में ट्रक धंसा

रविवार देर रात चंडीगढ़ में पौने दो घंटे में करीब 48 मिमी बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया. जलभराव की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. चंडीगढ़ में बारिश से सेक्टर 47-48 की सड़क धंसने से हादसा हो गया. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, ये जून महीने की दूसरी सबसे भारी बारिश है. इससे पहले 30 जून 1988 को 196.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. लोगों का कहना है कि 27 साल बाद ऐसी बारिश देखी गई.
सड़क धंसने से बाइक सवार गिरा: चंडीगढ़ में बारिश के बाद सोमवार को सेक्टर 47 और 48 को जोड़ने वाली सड़क धंसने से एक बाइक सवार उसमें गिर गया. आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी. कुछ ही देर में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और बाइक सवार को सुरक्षित निकाला गया. कई घंटों की मशक्कत के बाद बाइक को गड्ढे से बाहर निकाला गया. गनीमत रही की बाइक सवार बाल-बाल बच गया. उसे मामूली चोट आई हैं. क्योंकि हादसे के वक्त बाइक सवार गड्ढे से बाहर गिर गया था. जिसके चलते उसे चोट कम आई हैं.
पेड़ गिरने से बड़ा हादसा टला: चंडीगढ़ में बारिश के चलते सेक्टर 38 में एक पेड़ सड़क पर गिर गया. गनीमत रही कि उस समय वहां कोई नहीं गुजर रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. इसके अलावा तेज बारिश ने शहर के कई सेक्टरों में हालात बिगाड़ दिए. कुछ इलाकों में घरों के अंदर पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई. सोमवार सुबह को की भी चंडीगढ़ में बादल छाए रहे. मौसम विभाग ने चंडीगढ़ में बारिश का अलर्ट जारी किया है.
सड़क में धंसा ट्रक का टायर: चंडीगढ़ में बारिश के चलते सेक्टर 43 में सड़क धंस गई. 35 टन माल से भरे ट्रक का टायर भी जमीन में धंस गया. गनीमत रही की वक्त रहते ट्रक को साइड कर लिया गया. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. चंडीगढ़ सेक्टर 43 स्थित हाउस नंबर 1807 के पास रेजिडेंशियल एरिया में एक 18 टायर वाले भारी ट्रक में करीब 35 टन माल लदा हुआ था. अचानक से ट्रक का पहिया सड़क में धंस गया.
रिहायशी इलाके में कैसे आया ट्रक? ये ट्रक रिहायशी इलाके में कैसे पहुंचा, इस पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. गनीमत रही कि घटना के समय सड़क पर कोई पैदल यात्री या वाहन नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया. स्थानीय निवासी और पार्षद प्रेमलता इस बात पर चिंता जता रहे हैं कि अगर कोई जनहानि हो जाती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती? ये घटना चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है.