अमृतसर के गुरुद्वारे में राहुल गांधी का सिरोपा सम्मान, भड़की SGPC ने दिए जांच के आदेश, जानिए क्यों विवाद

अमृतसर के रामदास इलाके में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सम्मानित किया गया। इस सम्मान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सिख धर्मस्थल के अंदर किसी भी राजनीतिक हस्ती के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने पर पूर्ण प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि अगर एसजीपीसी का कोई भी कर्मचारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी सोमवार को अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने के लिए पंजाब के दौरे पर थे। घोनेवाल गांव का दौरा करने के बाद उन्होंने अमृतसर के रामदास इलाके में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में मत्था टेका। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों सहित सभी लोगों के कल्याण और समृद्धि के लिए अरदास की।
गुरुद्वारे में राहुल गांधी को सिरोपा भेंट किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी उपस्थित थे।
राहुल गांधी के साथ मौके पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि राहुल गांधी बाढ़ पीड़ित लोगों से मिलना चाहते थे, लेकिन जिला प्रशासन की मदद से पंजाब सरकार ने उन्हें रोक दिया, जबकि लोग उनकी राह देख रहे थे। चन्नी ने आरोप लगाया कि बाढ़ से पहले सरकार ने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। सरकारी लापरवाही के कारण ही यह बाढ़ आई और लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इसकी जिम्मेदार पंजाब सरकार है।
गुरदासपुर सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी राहुल गांधी को रोके जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोगों से मिलने आए थे, उन्हें रास्ते में क्यों रोका गया? इसका जवाब केंद्र और पंजाब सरकार को देना चाहिए। रंधावा ने आगे आरोप लगाया कि पंजाब सरकार ने दोनों दरियों का पानी एक साथ छोड़ दिया, जिससे पंजाब के कई इलाके डूब गए। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार इस पूरे मामले की जांच कराए।