PUNJAB : पंजाब में 136 ट्रेनें कैंसिल, हजारों यात्रियों ने टिकट कराए कैंसिल, रेलयात्री जानें कब तक रहेंगे ये हालात…
किसान संगठनों का रेल रोको आंदोलन आज शनिवार को तीसरे दिन भी जारी है. किसानों के ‘रेल रोको’ आंदोलन के दूसरे दिन आज भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालात इतने खराब हो गए हैं कि भारतीय रेल (Indian railways) की ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से 3100 यात्रियों ने टिकट कैंसिल करवाया है, जिन्हें रेलवे ने 17 लाख रुपए रिफंड किए हैं. जानकारी के मुताबिक यात्रियों के लिए प्रत्येक स्टेशन पर रिफंड लेने के लिए अतिरिक्त टिकट काउंटरों की व्यवस्था की गई है.
छह राज्यों के 19 किसान संगठन एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, मानसून के दौरान क्षतिग्रस्त हुई अपनी फसलों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन में किसान आंदोलन को देखते हुए 136 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और बीते दो दिनों से 217 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 25 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया, 16 का मार्ग बदला गया है.
ट्रेनों की इस सूची में अमृतसर-हिसार, सियालदह-अमृतसर, हावड़ा-अमृतसर, इंदौर-अमृतसर, मुंबई-अमृतसर, हरिद्वार-अमृतसर, पठानकोट-अमृतसर, लुधियाना-छेहरटा, अमृतसर-कादियान और पठानकोट-अमृतसर शामिल हैं.
किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आंदोलन आज शनिवार को भी जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसान भी चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. किसानों ने मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर छावनी, तरनतारन, सुनाम, नाभा, बस्ती टंकीवाली, मल्लांवाला (फिरोजपुर) और रामपुरा (बठिंडा), देवीदासपुरा, समराला और मलोट में रेलवे ट्रैक अवरुद्ध कर दिए हैं. जालंधर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के बैनर तले किसान गुरुवार से ही पटरियों पर बैठे हुए हैं. नाकाबंदी का असर वंदे भारत एक्सप्रेस समेत सभी ट्रेनों पर पड़ा है.
किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद रेलवे को पठानकोट-दीनानगर-गुरदासपुर-बटाला-अमृतसर खंड पर 11 यात्री ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, जिससे सैकड़ों यात्रियों को परेशानी हुई है. लंबी दूरी के यात्री जिन्होंने हफ्तों पहले अपने टिकट बुक किए थे वे विभिन्न स्टेशनों पर फंसे रह गए. अबोहर-फाजिल्का और अबोहर-बठिंडा रूट पर यात्री फंसे हुए हैं. यात्रियों की परेशानी आज शनिवार को बढ़ने वाली है क्योंकि भारतीय किसान यूनियन ने एनएच 62 के अबोहर-श्रीगंगानगर खंड को भी अवरुद्ध करने का फैसला किया है. फार्म यूनियनों के एक प्रवक्ता ने कहा है कि हम समझते हैं कि आम आदमी को असुविधा होती है. हालांकि हमारे पास पटरियों को अवरुद्ध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे सरकार हमारी बात सुनती है.