PUNJAB : कांग्रेस नेताओं का आरोप, विधायक सुखपाल खैरा से नहीं मिलने दे रही पुलिस, बोले- प्रतिशोध की राजनीति…
पंजाब कांग्रेस के विधायक सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी के बाद राज्य में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच माहौल गरम है। पंजाब पुलिस ने गुरुवार को 2015 के ड्रग तस्करी मामले में सुखपाल खैरा को गिरफ्तार किया था। अब शुक्रवार को खैरा से मिलने पहुंचे राज्य पार्टी प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को उनसे मिलने से रोक दिया गया। इस कारण कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया है। प्रताप सिंह बाजवा ने बताया कि आज पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ वह विधायक सुखपाल खैरा से मिलने गए थे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बाजवा ने कहा कि हम इनसे से कानूनी तौर पर और सड़कों पर लड़ेंगे। हम इस तरह की दबाव की रणनीति से डरेंगे नहीं।
जलालाबाद की एक अदालत ने गुरुवार को विधायक खैरा को दो दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। हालांकि, पुलिस ने कोर्ट से खैरा की 7 दिनों की रिमांड मांगी थी। विधायक खैरा को फाजिल्का में सीआईए स्टाफ कार्यालय में रखा गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जुटने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने यहां भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।
विधायक खैरा की गिरफ्तारी के बाद वारिंग और बाजवा सहित कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से भी मुलाकात की। नेताओं ने कहा कि हमने राज्यपाल को सरकार की प्रतिशोधात्मक कार्रवाई के बारे में अवगत कराया और उनसे हस्तक्षेप की मांग की। वहीं, इस मामले में आम आदमी पार्टी सांसद सुशील गुप्ता ने कहा है कि विधायक खैरा राजनीतिक संरक्षण के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
पूरे मामले पर अरविंद केजरीवाल का भी बयान सामने आया है। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी I.N.D.I.A गठबंधन के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन से अपने रास्ते अलग नहीं करेंगे। केजरीवाल ने कहा- “मुझे जानकारी मिली है कि कल नशे के किसी मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है। पंजाब से नशे को खत्म करने के लिए मान सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है। कोई कितना भी बड़ा आदमी ही उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”