PUNJAB और हिमाचल ने बाढ़ से हुए नुकसान का गृहमंत्री अमित शाह से मांगा बढ़ा हुआ मुआवजा
अमृतसर में उत्तरी जोनल काउंसिल (एनजेडसी) की बैठक में इस साल बरसात में आई बाढ़ से पंजाब और हिमाचल को हुए नुकसान का मुद्दा भी उठा. हिमाचल के सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्य में बाढ़ और बादल फटने से हुए 12000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान की जानकारी देते हुए विशेष राहत पैकेज की मांग की.
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी गृहमंत्री अमित शाह को बताया कि हिमाचल में हुई भारी बारिश से राज्य के 16 जिलों में बाढ़ आने के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि नुकसान के मुआवजे के लिए नियमों में ढील देने की जरूरत है, जिससे लोगों को पूरा मुआवजा दिया जा सके. उन्होंने कहा कि नुकसान के एवज में केंद्र द्वारा दी गई धनराशि बहुत कम है.
हिमाचल के सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ‘इस वर्ष भारी बारिश से राज्य में 12000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. इस अकल्पनीय आपदा में 441 से अधिक लोग काल का ग्रास बन गए और लगभग 13000 घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों के सहयोग से तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. प्रभावितों के लिए आपदा राहत कोष-2023 स्थापित किया गया. उन्होंने कहा कि ऐसी आपदा के समय देश के प्रत्येक राज्य को राहत राशि प्रदान करने में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि हिमाचल को शीघ्र विशेष राहत पैकेज प्रदान किया जाए ताकि हिमाचल के पुनर्निर्माण में उचित सहायता प्राप्त हो सके.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर आपदा राहत कोष के प्रचलित मानदंड वर्तमान में हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य की पुनर्निर्माण प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं क्योंकि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति के मद्देनजर राज्य को अधिक सहायता राशि की आवश्यकता है. उन्होंने इन मानदंडों में व्यवहारिक संशोधन की मांग भी की. उन्होंने आपदा राहत कोष में सहायता के लिए हरियाणा एवं राजस्थान सरकार का आभार भी व्यक्त किया.