पहलवान पर प्रतिबंध मामले में गर्माई सियासतः बजरंग पूनिया ने लगाया द्वेष भावना का आरोप, भाजपा मंत्रियों ने किया पलटवार
आखिरकार पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) पर नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) द्वारा चार साल के लिए निलंबित कर दिए जाने के बाद हरियाणा में सियासत तेज हो गई है। बजरंग के आरोपों को नकारते हुए हरियाणा के खेल मंत्री और बाकी नेताओं ने उन्हें नसीहत दी है कि खेल व खिलाड़ियों में सियासत कर इन्हें खराब न करें। नाडा एक बेहद ही निष्पक्ष और विश्वसनीय एजेंसी है। कुल मिलाकर फिर से विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया द्वारा दिल्ली में धरना प्रदर्शन के कारण उन्हें निशाना बनाने का आरोप मढ़ दिया है। बजरंग ने यहां तक कहा कि अगर वे भाजपा ज्वाइन कर लें, तो सारे प्रतिबंध हट जाएंगे।
डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से किया था इनकार
राष्ट्रीय टीम सिलेक्शन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिए जाने के कारण नाडा के अफसर बजरंग पर कार्रवाई की बात कह चुके हैं। टोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने 2024 में राष्ट्रीय टीम के ट्रायल के दौरान एंटी-डोपिंग परीक्षण के लिए यूरिन का सैंपल देने से इनकार कर दिया था। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में सिल्वर मेडल जीतने वाले पूनिया को इससे पहले 23 अप्रैल को अस्थाई रूप से सस्पेंड किया था। विश्व कुश्ती संगठन ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की तो सस्पेंशन के खिलाफ अपील की गई थी। जिसके बाद 31 मई तक रद्द कर दिया था। नाडा ने 23 जून को नोटिस दिया था, पूनिया ने 11 जुलाई को चुनौती दी, जिसके बाद 20 सितंबर और 4 अक्टूबर को सुनवाई हुई।
नाडा किसी के साथ भेदभाव का व्यवहार नहीं करता
हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम (Gaurav Gautam) ने कहा कि नाडा एक विश्वसनीय एजेंसी है, यह पहली बार किसी खिलाड़ी के साथ में नहीं हुआ है। नाडा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई कमी नहीं रहे, अपने नियमों व कानून के हिसाब से टैस्ट करता है। खेलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए, किसी को चिन्हित कर टैस्ट थोड़े किए जाते हैं। खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे अपने जूनियर खिलाड़ियों के लिए अच्छा संदेश देने का काम करें। एक्सपायरी किट के आरोप पर कहा कि खिलाड़ी देश के लिए अच्छे से जाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाएं तो बढ़िया तरीके से खेलें। सरकार द्वेष भावना की नीयत नहीं रखती, खेलों में राजनीति व राजनीति में खेल नहीं होना चाहिए।
पूनिया का दावा, सैंपल किट थी एक्सपायर
बजरंग पूनिया ने दावा किया कि सैंपल किट एक्सपायर थी। कथित तौर पर एक्सपायर परीक्षण किट प्रदान करने के कारण उन्होंने सैंपल देने से इनकार किया था। आंदोलन का बदला लेने के लिए उनके ऊपर कार्रवाई की जा रही है। महिला पहलवानों के समर्थन में आंदोलन किया था। आंदोलन में हमने अन्याय और शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। मैंने कभी डोपिंग टेस्ट से मना नहीं किया बल्कि डोप किट एक्सपायर थी और सही किट लाने के लिए कहा था। करियर को खत्म करने की साजिश चल रही है, लेकिन अन्याय के विरुद्ध आवाज बंद नहीं होगी। फैसले के विरुद्ध अपील करेंगे।
हरियाणा का राजनीतिक माहौल गर्माया, आरोप प्रत्यारोप जारी
हरियाणा का सियासी माहौल गर्माया हुआ है। हरियाणा सरकार में मंत्री कृष्ण बेदी ने पूनिया पर हमला बोला और साथ ही जुलाना कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट की कार्यशैली को लेकर भी सवाल उठाए। कृष्ण बेदी (Krishna Bedi) ने कहा कि बजरंग पूनिया को नाडा जैसी प्रतिष्ठित एजेंसी का सम्मान करना चाहिए। विनेश या बजरंग जिस भी क्षेत्र में रहे हैं, कभी उसका सम्मान नहीं किया। बजरंग ने नाडा के कहने पर डोप टेस्ट के लिए सैंपल न देकर धोखा किया और यह लोग किस तरह से एजेंसी को ठेंगा दिखाते हैं, सामने आ गया है। बेदी ने कहा कि कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट को लोगों ने उनकी आवाज विधानसभा में उठाने के लिए विजयी बनाया था। चुनाव जीतने के बाद विनेश फोगाट न तो हलके में गई और न ही विधानसभा के सत्र में एक दिन के लिए आई।