शहर की सड़कों पर झुंड में घूमने वाले आवारा कुत्तों से लोग परेशान हैं।

शहर की सड़कों पर झुंड में घूमने वाले आवारा कुत्तों से लोग परेशान हैं।
नगर परिषद ध्यान नहीं दे रही है।
जीरकपुर (विसाल शर्मा) शहर की सड़कों पर झुंड बनाकर घूमने वाले आवारा कुत्तों से लोग परेशान हैं, लेकिन नगर परिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
जीरकपुर रमन जुनेजा जीरकपुर के ढकोली इलाके में आवारा कुत्तों का झुंड सड़कों पर घूमता रहता है। जिससे ढकोली क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। इसके कारण कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं और कई लोगों को इन कुत्तों ने काट लिया है। लेकिन इसके बावजूद नगर परिषद
वे गहरी नींद में सो रहे हैं और कोई भी उन पर ध्यान नहीं दे रहा है। ढकोली क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि नगर परिषद के अधिकारी केवल दिखावे के लिए उन्हें हटाने का काम कर रहे हैं। यह समस्या केवल ढकोली क्षेत्र की ही नहीं बल्कि बालिंग बलटाना जीरकपुर और पीर मुसल्ला क्षेत्र की भी है। शहर में आवारा पशुओं व कुत्तों के कारण कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन नगर परिषद ने इन बेजुबान पशुओं की परेशानी के अलावा इनके लिए कोई योजना नहीं बनाई है।
कपूर मोहल्ले के लोगों ने नगर परिषद अधिकारियों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द पशुओं के लिए कोई योजना बनाएं ताकि ये बेजुबान पशु दुर्घटनाओं से बच सकें, साथ ही मोहल्ले के लोगों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जीरकपुर के ढकोली इलाके में आवारा कुत्तों का झुंड सड़कों पर घूमता रहता है। जिससे ढकोली क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं और कई लोगों को इन कुत्तों ने काट लिया है, लेकिन इसके बावजूद नगर परिषद गहरी नींद में सो रही है और इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ढकोली क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि नगर परिषद के अधिकारी केवल दिखावे के लिए उन्हें हटाने का काम करते हैं। यह समस्या केवल ढकोली क्षेत्र की ही नहीं, बल्कि ब्लिंग बलटाना, जीरकपुर और पीर मुसल्ला क्षेत्रों की भी है। आवारा पशुओं व कुत्तों के कारण शहर में कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन नगर परिषद ने इनके लिए कोई योजना नहीं बनाई है। ऐसा लगता है कि नगर परिषद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रही है। कपूर मोहल्ले के लोगों ने नगर परिषद अधिकारियों से अपील की है कि पशुओं को लेकर जल्द से जल्द कोई योजना बनाई जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को होने वाली असुविधा के अलावा इन बेजुबान पशुओं को दुर्घटनाओं से भी बचाया जा सके।