श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला में श्री महा शिव पुराण के दूरे दिन श्रद्वालुओं की भारी भीड उमडी, हर हर महादेव के लगे जयकारे

श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला में श्री महा शिव पुराण के दूरे दिन श्रद्वालुओं की भारी भीड उमडी, हर हर महादेव के लगे जयकारे
क्हा, तपस्या और कथा में बहुत अंतर, तपस्या से एक को लाभ, जबकि कथा सुनने से अनेकों को होता है लाभ
मोहाली 25 जून । मोहाली के फेस-2 स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला में स्थित सिद्व बाबा बालक नाथ जी की पावन मूर्ति स्थापना के 11 वर्ष पूरे होने के उपक्षल्य पर मंदिर परिसर में श्री महा शिव पुराण कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसमें कथा के दूसरे दिन श्रद्वालुओं की भारी भीड उमडी । कथा के दूसरे दिन, आमतौर पर भगवान शिव की स्तुति, शिव पुराण के महत्व और शिव कथा सुनने के नियमों के बारे में श्रद्वालुओं को जानकारी दी गई।
हरिद्वार से आए स्वामी यमुनापुरी जी महाराज ने श्रद्वालुओं को कथा सुनने और तपस्या करने के अंतर को विस्तारपूर्वक अवगत करवाया। इस मौके श्रद्वालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी यमुनापुरी जी महाराज ने बताया कि तपस्या करने से सिपर्फ उसी व्यक्ति को लाभ होता है जो तपस्या कर रहा होता है जबकि कथा का लाभ उन लोगों को भी होता जहां तक कथा की आवाज सुनाई देती है और कोई व्यक्ति ध्यानपूर्वक श्री महाशिव पुराण कथा का श्रवण करता है । इस दौरान उन्होनंे देवों के देव महादेव भगवान शिव की कई महिमा का वर्णन किया और भजनों से माध्यम से श्रद्वालुओं को प्रभु चरणों से जोडने का प्रयास भी किया । कथा के समापन पर महा आरती का आयोजन किया गया जिसमें सभी श्रद्वालुओं और श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला के मौजूदा प्रधान अतुल शर्मा और उनकी समूची टीम के अलावा अन्य श्रद्वालुओं ने हिस्सा लिया । इसके बाद प्रसाद वितरण और अटूट भंडारे का आयोजन किया गया । इस मौके पर श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला के मौजूदा प्रधान अतुल शर्मा विद टीम , समूची महिला संकीर्तन टीम ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में मंदिर में आयोजित की जाने वाली श्री महाशिव पुराण कथा का आनंद लेने के लिए अपील की । इस मौके पर मंदिर के पुजारीगण और अन्य सेवादार भी उपस्थित थे जिन्होंने भंडारे की सेवा में निःस्वार्थ भाव से सेवा की और हर हर महादेव के जयकारे भी लगाए ।
फोटो नंबरः1 से 3 तक
फोटो कैप्शनः श्री राधा कृष्ण मंदिर एवम धर्मशाला में चल रही श्री महाशिव पुराण कथाएवम आरती का आंनद लेते श्रद्वालु व मंदिर कमेटी के पदाधिकारी