नवीन जयहिंद का आतिशी पर बड़ा आरोपः आतंकी अफजल गुरु की बहन को बनाया जा रहा दिल्ली की CM, ये नेता थे हकदार

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जैसा की आप सभी जानते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की और उनके बाद आतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाए जाने का ऐलान किया। इस पर जयहिंद सेना सुप्रीमो डॉ. नवीन जयहिंद ने मंगलवार को अपने तम्बू में प्रेसवार्ता कर बताया कि यह इसलिए हुआ है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के सीएम को चपरासी बना दिया था।

आतिशी आतंकवादी समर्थक हैं- जयहिंद

जयहिंद ने दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने वाली आतिशी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आतिशी एक आतंकवादी समर्थक हैं, क्योंकि आतिशी के माता–पिता ने आतंकी अफजल गुरु की फांसी रुकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दस्तखत किए थे। इनका अन्ना आंदोलन से भी दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। जयहिंद ने कहा कि आतिशी के कई रिश्तेदार भी शराब घोटाले में मिले हुए हैं। ये वही आतिशी हैं जब एक मुख्यमंत्री के घर पर एक महिला सांसद के साथ मारपीट हुई, तो ये ठहाके लगाकर हंस रही थीं, तो ये कैसे महिलाओं का भला कर सकती हैं।

दारू का दलाल है हरियाणा का लाल- जयहिंद

जयहिंद से सवाल किया गया कि केजरीवाल यह कहते हैं कि अगर वो ईमानदार हैं तो लोग उन्हें वोट देंगे और अगर बेईमान मानते हैं तो वोट न दें, इस पर जयहिंद ने कहा कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने जा रहा हैं और हर विधानसभा सीट पर उन्होंने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हमारा यह कहना है कि केजरीवाल को हरियाणा में सीएम की दावेदारी के साथ चुनाव लड़ना चाहिए, अगर हरियाणा के लोग उन्हें दिल्ली की तरह मुख्यमंत्री बना देंगे तो हम मान लेंगे कि वो ईमानदार हैं, दारू का दलाल नहीं हैं, बल्कि हरियाणा का लाल है।

 

इसके साथ ही जयहिंद ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरियाणा विधानसभा चुनावों में 21 सीटों पर भी अपनी जमानत बचा लेंगे, तो मैं 21 महीनों के लिए हरियाणा को छोड़ दूंगा। हरियाणा के लोगों ने केजरीवाल को हरियाणा का गद्दार घोषित कर रखा है, क्योंकि केजरीवाल एसवाईएल का गद्दार है और वह दारू का दलाल है।

 

जयहिंद ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से केजरीवाल त्याग की बात कह रहे हैं तो उन्हें अपने संयोजक और अध्यक्ष पद से भी त्याग देना चाहिए, क्योंकि वो पिछले 10 सालों से पार्टी के संयोजक और अध्यक्ष पद पर हैं। इससे पहले भी लोकसभा चुनाव के समय केजरीवाल जब जेल में थे, तो उन्होंने कहा था कि अगर मुझे जेल से बाहर निकलवाना चाहते हैं, तो मुझे वोट दीजिए, जिसके बाद वे दिल्ली की सातों सीट हार गए।

साथ ही जयहिंद ने बताया कि कनागत शुरू हो रहे हैं तो इन सब ने मिलकर अन्ना आंदोलन का श्राद कर दिया है। जयहिंद ने सवाल उठाया कि क्या अन्ना आंदोलन में भाग लेने वाली दलित बेटी राखी बिड़ला को सीएम नहीं बनना चाहिए था, क्या सौरभ भारद्वाज जिसने ऑस्ट्रेलिया से नौकरी छोड़कर अन्ना आंदोलन में भाग लिया उनको ये पद नहीं देना चाहिए था, क्या नरेश यादव, गहलोत, नरेश बाल्यान जिन्होंने अन्ना आंदोलन में खूब सेवा की उनको नहीं बनाना चाहिए था सीएम।

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