हरियाणा में नौ अगस्त के बाद एक्टिव होगा मानसून, 16 जिलों के लिए अलर्ट जारी

हरियाणा में मानसून थोड़ा कमजोर हुआ है। नौ अगस्त तक दक्षिण व पश्चिमी हरियाणा के जिलों में मानसून की वर्षा कम हो सकती है। उसके बाद 10 अगस्त से फिर मानसून सक्रिय होगा। प्रदेश में बेहतर वर्षा हो सकती है। वहीं बुधवार को नौ जिलों में ही वर्षा हुई।
प्रदेश के बाकी जिलों में दिन के समय धूप खिलने के कारण गर्मी और उमस से लोग परेशान रहे। गर्मी के चलते हिसार का तापमान 35 डिग्री को पार कर गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार वीरवार को भी प्रदेश के करीब 16 जिलों में वर्षा या हल्की बूंदाबांदी होने की उम्मीद है। प्रदेश में मानसून की सक्रियता कम हुई है।
इसके चलते पिछले कुछ दिनों से वर्षा नहीं हुई। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने कहा कि मानसून टर्फ की उत्तरी सीमा अब फिरोजपुर, करनाल, मुरादाबाद, जलपाइगुड़ी, उत्तर पूर्व अरुणाचल प्रदेश से हिमालय की तलहटियों के आसपास बनी हुई है।
एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के आसपास बना हुआ है। जिससे मानसून की गतिविधियों में उत्तरी हरियाणा को छोड़कर अन्य क्षेत्रों दक्षिणी व पश्चिमी जिलों में नौ अगस्त तक थोड़ी कमी बने रहने की संभावना है।
भारी बारिश के कारण पंचकूला की घग्गर नदी, टांगरी नदी उफान पर आ गई है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है।
प्रशासन ने एहतियातन नदियों और नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और नदियों के पास न जाने की सख्त हिदायत दी है। एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य किया जा सके।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार भारी वर्षा हुई है, जिससे घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। घग्गर नदी के किनारे बसे कई गांवों रिहायशी इलाकों में पानी भरने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि रात से ही नदी का बहाव तेज हो गया था और सुबह तक स्थिति और गंभीर लग रही है।