नेतन्याहू से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने फिर दोहराया दावा: भारत-पाक तनाव कम कराने में अपनी भूमिका बताई
अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने एक बार फिर यह दावा किया है कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव को समाप्त कराने में अहम भूमिका निभाई थी। यह बयान उन्होंने सोमवार को मार-ए-लागो में इजराइल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान दिया।
बैठक की शुरुआत में ट्रंप ने कहा कि व्हाइट हाउस में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में उन्होंने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में “आठ युद्धों को सुलझाया”, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इन प्रयासों के लिए उन्हें अपेक्षित सराहना नहीं मिली।
ट्रंप ने जिन संघर्षों का जिक्र किया, उनमें आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच चला तनाव भी शामिल था। उन्होंने दावा किया कि दोनों देशों को कड़े व्यापार प्रतिबंधों की चेतावनी देकर हालात को काबू में किया गया। ट्रंप के अनुसार, उन्होंने स्पष्ट किया था कि यदि लड़ाई जारी रही तो व्यापार बंद कर दिया जाएगा और भारी टैरिफ लगाए जाएंगे, जिसके बाद स्थिति जल्द शांत हो गई।
इसी क्रम में ट्रंप ने दक्षिण एशिया का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच भी उन्होंने तनाव को खत्म कराया। उन्होंने कहा, “मैंने आठ युद्ध सुलझाए, लेकिन कई बार लोग देशों के नाम भी नहीं जानते। अज़रबैजान का उदाहरण सामने है— जब आप ऐसा कर पाते हैं, तो अच्छा लगता है।”
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin ने एक बार उनसे हैरानी जताई थी कि संघर्ष इतनी तेजी से कैसे खत्म हुआ। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने जवाब में कहा था कि उन्होंने यह मामला एक ही दिन में सुलझा दिया।
व्यापार दबाव को अपनी रणनीति का अहम हिस्सा बताते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों पक्षों से साफ कहा था कि व्यापार पूरी तरह रोका जाएगा और 200 प्रतिशत तक टैरिफ लगाए जाएंगे। उनके अनुसार, इसके बाद अगले ही दिन बातचीत शुरू हो गई और दशकों पुराना टकराव थम गया।
दक्षिण एशिया का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान… यह भी उन्हीं मामलों में से एक है। इस तरह मैंने कुल आठ संघर्षों को सुलझाया।”
भारत का रुख और हालिया घटनाक्रम
हालांकि, India लगातार यह स्पष्ट करता रहा है कि भारत और Pakistan के बीच तनाव कम करने का फैसला दोनों देशों के बीच आपसी समझ से हुआ था, न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से।
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इस हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच चार दिनों तक ड्रोन और मिसाइलों के जरिए तीव्र सीमा-पार सैन्य गतिविधियां देखी गईं।
10 मई को दोनों देशों ने संघर्ष समाप्त करने को लेकर सहमति जताई, जिससे यह सीमित लेकिन गंभीर सैन्य टकराव खत्म हो गया।
