मजिस्ट्रेट के साथ गाली-गलौज, सस्पेंड हुए डॉक्टर
बलिया में एक डॉक्टर को सिटी मजिस्ट्रेट से भिड़ना और नारेबाजी करना भारी पड़ गया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। डॉक्टर के खिलाफ डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने एक सितम्बर को शसन को अपनी रिपोर्ट भेजी थी। उस आधार पर शासन ने डा. गौरव राय को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। डॉक्टर के निलंबन का आदेश प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा ने जारी किया।
City Magistrate बलिया अस्पताल के अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव राय पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने, औचक निरीक्षण के समय नगर मजिस्ट्रेट से अभद्रता तथा अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए सरकार विरोधी नारा लगाने तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप है। शासन ने उन्हें अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (मेरठ) से सम्बद्ध कर दिया है। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने 29 अगस्त को जिला अस्पताल में छापेमारी की थी। इस दौरान छह चिकित्सक और एक टेक्नीशियन गैरहाजिर मिले थे। आरोप है कि छापेमारी के समय डॉ. गौरव राय जिला अस्पताल के बाहर अपने निजी क्लिनिक पर प्रैक्टिस करते मिले।
छापेमारी के बाद सीडीओ के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी जिला अस्पताल मार्ग पर संचालित हो रहे डॉ. गौरव राय के निजी क्लिनिक पर पहुंचे। आरोप है कि यहां डॉ. राय ने उनके साथ विवाद कर दिया। उनके साथ दुर्व्यवहार करने के साथ ही हाथापाई तक कर दी। कार्रवाई से बौखलाए डॉ. राय अधिकारी पर ही आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल की कमियों को गिनाने लगे। बकायदा नारेबाजी भी की। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने एक सितम्बर को अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उस आधार पर शासन ने डा. गौरव राय को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। इस मामले में जांच भी की जा रही है। डिप्टी सीएम ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी कृत्य को सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।