Jammu Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, फायरिंग में एक जवान घायल

जम्मू कश्मीर: सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया है. घुसपैठ की कोशिश केंद्र शासित प्रदेश राजौरी जिले के बटाल सेक्टर में की गई. लेकिन सतर्क जवानों ने इसे सफल नहीं होने दिया. हालांकि, इस दौरान सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें एक जवान घायल हो गया.
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जानकारी दी जिसके बाद उन्हें रोकने की कोशिश में फायरिंग शुरू कर दी गई. सुरक्षा बलों की भारी गोलीबारी के कारण घुसपैठ करने वाले आतंकी आगे नहीं बढ़ सके. हालांकि, भारी गोलीबारी के कारण एक जवान घायल हो गया है. फिलहाल सेक्टर में कार्रवाई जारी है. बताया जा रहा है कि इन जंगलों में 3 से 4 आतंकी छिपे हुए हैं, जिसे लेकर सुरक्षा बल आतंकियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं.
आतंकी हमला नाकाम
इससे पहले सोमवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सेना ने एक और आतंकी हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया. सेना के जवानों ने सोमवार तड़के एक सैन्य चौकी और ग्राम रक्षा दल (वीडीजी) के एक सदस्य के घर पर हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया।
इस संबंध में सेना के अधिकारियों ने बताया कि घटना में शामिल आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. सर्चिंग के दौरान उनकी आतंकियों से मुठभेड़ हो गई. सूत्रों से जानकारी मिली है कि वीडीजी के घर पर हमला करने वाले आतंकियों में वह भी शामिल था. हालांकि, इस घटना में एक सैनिक के अलावा एक नागरिक और वीडीजी का एक रिश्तेदार घायल हो गया.
हमले की खुफिया जानकारी मिली थी
इस मामले में व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोमवार को ट्वीट के जरिए जानकारी दी, राजौरी जिले के गुंडा इलाके में आतंकवादियों ने सुबह 3.10 बजे ग्राम रक्षा दल के एक सदस्य के घर पर हमला किया. हालांकि, हमले के वक्त सेना की एक टुकड़ी पास में ही मौजूद थी और उसने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और दोनों के बीच लड़ाई शुरू हो गई.
व्हाइट नाइट कोर के मुताबिक, भारतीय सेना ने राजौरी और रियासी के सुदूर इलाके में स्थित वीडीजी गांव पर संभावित हमले के खतरे के संबंध में मिली खुफिया जानकारी पर तुरंत कार्रवाई की. व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने कहा, टैक्टिकल टीम ने तुरंत कार्रवाई की, जिससे वीडीसी सदस्य और उनके परिवार के सदस्यों को कोई नुकसान नहीं हुआ.