हावड़ा सेक्स रैकेट: मामलें की मास्टरमाइंड श्वेता खान गिरफ्तार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले से एक चौंकाने वाला मानव तस्करी और यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है, जिसने राज्य की कानून-व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है। एक 22 वर्षीय युवती को छह महीने तक बंदी बनाकर यौन शोषण, शारीरिक उत्पीड़न और पोर्नोग्राफी के लिए मजबूर करने के इस भयावह मामले ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। घटना में कथित तौर पर शामिल मुख्य आरोपियों में से एक आर्यन खान को कोलकाता के दक्षिणी क्षेत्र गोल्फ ग्रीन इलाके से बुधवार को गिरफ्तार कर
लिया गया है। आर्यन के साथ उसकी सहयोगी जोया को भी गिरफ्तार किया गया है। हावड़ा सिटी पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसका संचालन आर्यन की मां और फरार मुख्य आरोपी श्वेता खान उर्फ फुलटूसी द्वारा किया जा रहा था। पीड़िता की आपबीती: छह महीने की कैद और दरिंदगी उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी की रहने वाली पीड़िता किसी तरह आरोपियों के चंगुल से भाग निकली। उसने पुलिस को बताया कि उसे फर्जी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में नौकरी देने के बहाने हावड़ा के डोमजूर स्थित बांकरा-फकीरपाड़ा इलाके के फ्लैट में बुलाया गया था। वहां से उसे छह महीने तक बाहर नहीं जाने दिया गया। जब उसने पोर्नोग्राफी शूटिंग और बार डांसर बनने से इनकार किया, तो उसे लोहे की रॉड से पीटा गया, भूखा रखा गया, और उसके दांत, हाथ-पैर तक तोड़ दिए गए। वर्तमान में पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज सरकारी सागर दत्ता अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट (ICCU) में चल रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक उसके सिर, आंतरिक अंगों और हड्डियों पर गहरी चोटें हैं।
घटना की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लिया और पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को पत्र लिखकर 48 घंटे के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा है। आयोग ने राज्य प्रशासन को पीड़िता को नि:शुल्क चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। मंगलवार को एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष विजया रहाटकर ने बयान जारी कर इस घटना को “मानवता के लिए कलंक” बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की थी। आयोग ने इस मामले में बीएनएस की सख्त धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को पुलिस ने श्वेता खान उर्फ फुलटूसी के डोमजूर स्थित फ्लैट की तलाशी ली, जहां से बालों का एक गुच्छा बरामद किया गया है। पुलिस का संदेह है कि ये बाल पीड़िता के हो सकते हैं, क्योंकि उसने एफआईआर में आरोप लगाया है कि उसके सिर के बाल जबरन काटे गए थे। बालों के नमूने को डीएनए जांच के लिए भेजा जा रहा है।
श्वेता खान का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उसका असली नाम मोहसिना बेगम है और वह पहले भी अपराधों में लिप्त रही है। 2015 में उसने कथित रूप से अपने पहले पति की संपत्ति हथियाने के लिए एक गुंडे से गोलीबारी करवाई थी। तब से वह पुलिस की नजर में थी। बांकरा के शेखपाड़ा इलाके में वह फुलटूसी के नाम से जानी जाती थी। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की तीन साल की बेटी को कोलकाता में एक अज्ञात व्यक्ति के घर से सुरक्षित रेस्क्यू किया है। वहीं, पीड़िता की मां ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप और न्याय की गुहार लगाई है।