हरियाणा में BJP को कैसे मिली तीसरी बार सत्ता, वही फॉर्मूला दिल्ली में लागू; मनोहर लाल के निवास से चल रहीं गतिविधियां

दिल्ली विधानसभा के पांच फरवरी को होने वाले चुनाव में भाजपा ने हरियाणा के नेताओं को उतार दिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार के मंत्री बारी-बारी से दिल्ली राज्य के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर जनसंपर्क कर रहे हैं। केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल पहले से दिल्ली में हैं। हरियाणा के नेता उनके निर्देशन में दिल्ली विधानसभा में चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं।
हरियाणा के भाजपा नेता दिल्ली के भाजपा नेताओं को बूथ मैनेजमेंट के तरीके बता रहे हैं। साथ ही दिल्ली के लोगों को डबल इंजन की सरकार के फायदे बताए जा रहे हैं। दिल्ली विधानसभा के चुनाव में प्रचार करने से पहले और बाद में कॉपरनिक्स मार्ग स्थित हरियाणा भवन में राजनीतिक बैठकें हो रही हैं।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि कांग्रेस के साप नीति और नीयत दोनों नहीं है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान लोग कांग्रेस की गुटबाजी देख चुके हैं। उनकी लड़ाई जनता के लिए नहीं, बल्कि कुर्सी के लिए है।
जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां पर भी उन्होंने एक भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया है। विपुल ने दावा किया कि दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस का एक भी सीट का खाता नहीं खुलेगा, जबकि भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है।
हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने दिल्ली में चुनाव प्रचार के बाद कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के पाप का घड़ा भर चुका है। सरकार में आने से पहले जो अरविंद केजरीवाल पैदल चलने, सिक्योरिटी नहीं लेने और साधारण कपड़े पहनने का नाटक करते हुए गरीबों को बरगलाने का काम करते थे, उन्होंने ही गरीबों की कमाई से अपने रहने के लिए शीश महल बनवाया है।
राजेश नागर ने कहा कि दिल्ली में शराब नीति बनाते समय आम आदमी पार्टी की सरकार के नेताओं ने अपने घर भरने के रास्ते खोलकर रखे। नागर ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की जीत का असर दिल्ली के चुनाव पर देखने को मिलेगा।
कांग्रेस को गुटबाजों का टोला बताते हुए नागर ने कहा कि कांग्रेस के साथ अलग-अलग पार्टियों ने गदठबंधन किया था, जो अब खत्म हो चुका है। यह गठबंधन नहीं ठगबंधन था। जनता ने इनको लोकसभा चुनाव में सबक सिखाया और अब दिल्ली में भी सबक सिखाएगी।
हरियाणा से राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें भाजपा नेताओं से सीख लेनी चाहिए। हुड्डा चंडीगढ़ में अपना सरकारी आवास खाली करने को तैयार नहीं हैं। कांग्रेस गुटबाजी का शिकार है। वह पिछले 11 सालों से अपना संगठन नहीं बना पाई है।कांग्रेस की लीडरशिप बिखरी हुई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता का फैसला तक हाईकमान नहीं कर पाया है। रेखा शर्मा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा जाट आरक्षण की मांग करने पर कहा कि इसे मुद्दा बनाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस दोनों ने जाट आरक्षण पर राजनीति की थी। हरियाणा की जनता उन्हें पहले ही जवाब दे चुकी है। उन्हें फिर भी सबक नहीं मिला है।
रेखा शर्मा ने कहा कि दिल्ली की जनता कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को कोई मौका नहीं देने वाली है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हरियाणा में कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा की सोच भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हराने की थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रणनीति यह थी कि किसी सूरत में सैलजा के समर्थक विधायक चुनाव ना जीतें। चुनाव के समय इन दोनों में से कोई नेता नहीं बन पाया, जिसका फायदा भाजपा को मिला है।