Himachal Weather Update: हिमाचल में कमजोर रहा मानसून, 1 जून से अब तक 43 प्रतिशत कम बारिश, दो दिनों का ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून भले ही 27 जून को दस्तक दे दी हो, लेकिन राज्य में मानसून सीजन में बारिश उम्मीद से काफी कम हुई है. प्रदेश में कम हुई बारिश को देखते हुए मानसून को कमजोर माना जा रहा है. इस मानसून सीजन में 1 जून से अब तक 43 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
27 जून को हिमाचल प्रदेश में पहुंचे दक्षिण-पश्चिम मानसून के कमजोर और अनिश्चित बने रहने के कारण अब तक प्रदेश में 43 फीसदी कम बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 1 जून से 21 जुलाई के बीच सामान्य बारिश 266.4 मिमी की के मुकाबले सिर्फ 151.6 मिमी ही बारिश हुई. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के बावजूद, राज्य के सभी 12 जिलों में बारिश की कमी दर्ज की गई.
हिमाचल में जिलेवार बारिश की कमी देखें तो शिमला जिले में 24 प्रतिशत और लाहौल स्पीति जिले में 74 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. वहीं, सिरमौर जिले में 58 प्रतिशत कम बारिश हुई है. इसके अलावा चंबा में 52 प्रतिशत, किन्नौर में 51 प्रतिशत, ऊना में 50 फीसदी, हमीरपुर में 47 फीसदी, सोलन में 43 प्रतिशत, कुल्लू में 38 फीसदी और कांगड़ा में 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
जुलाई माह में 21 जुलाई रविवार तक प्रदेश में 36 प्रतिशत बारिश में कमी दर्ज की गई है, जिसमें प्रदेश भर में 165.3 मिमी बारिश के मुकाबले महज 105.1 मिमी बारिश हुई है. मौसम विभाग शिमला कार्यालय ने प्रदेश में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए सोमवार और मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार और मंगलवार को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले 2 से 3 दिनों में मानसून की गतिविधि बढ़ने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश में मध्यम तीव्रता की व्यापक वर्षा हो सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार इस सोमवार और मंगलवार को बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, चंबा, कुल्लू, सोलन और सिरमौर में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है. मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों और बागवानों को बागवानी और खड़ी फसलों के नुकसान होने, कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान, तेज हवाओं के कारण कच्चे घरों और झोपड़ियों को नुकसान होने की आशंका जताई है. वहीं, मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए यातायात में व्यवधान और निचले इलाकों में जलभराव को लेकर लोगों को आगाह किया गया है.
हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून के एंट्री से लेकर अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 40 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार बारिश के कारण राज्य को 329 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.