चंपई के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी और खरगे से मिले हेमंत सोरेन, विधानसभा चुनाव पर हुई चर्चा
झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। एक तरफ जहां चंपई सोरेन ने झामुमो छोड़ कर भाजपा का साथ दिया है, वहीं अब हेमंत सोरेन भी आगे की राह पर निकल चुके हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं। इस मुलाकात में झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा की गई। ये बैठक इसलिए भी खास मानी जा रही है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले हैं।
चंपई के इस्तीफे के बाद हुई मुलाकात
दरअसल, लोकसभा चुनाव में झामुमो और कांग्रेस पार्टी ने एक साथ इंडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। अब झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भी राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है। झारखंड के सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। यह बैठक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के कुछ दिनों बाद हुई है। बता दें कि चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए और पार्टी में अपने ‘अपमान’ का हवाला देते हुए पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में झामुमो और कांग्रेस पार्टी ने एक साथ इंडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। अब झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भी राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है। झारखंड के सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। यह बैठक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के कुछ दिनों बाद हुई है। बता दें कि चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए और पार्टी में अपने ‘अपमान’ का हवाला देते हुए पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था।
हेमंत सोरेन ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट करार दिया, लेकिन समझा जाता है कि उन्होंने इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। हेमंत सोरेन के इस्तीफे और बाद में मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। जमानत मिलने से हेमंत सोरेन का फिर से मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था। इसके चलते चंपई सोरेन को 3 जुलाई को अपना पद छोड़ना पड़ा था। कांग्रेस और झामुमो राज्य में गठबंधन सरकार का हिस्सा हैं।