साथ लगते राज्य हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते पंजाब की नदियां उफान पर हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पंजाब में सतलुज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियां उफान पर हैं। ऐसे में पंजाब में फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में पंजाब में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं पंजाब के सभी जिला प्रशासन की तरफ से कंट्रोल रूम बनाए गए हैं और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
पंजाब में बुधवार को न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे अमृतसर, लुधियाना व पटियाला का पारा सामान्य के नीचे दर्ज किया गया। हालांकि पंजाब का पारा फिलहाल सामान्य के पास बना है। मौसम विभाग ने 12 अगस्त से पंजाब में भारी बारिश पड़ने का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। जबकि आने वाले चार दिनों के दौरान पंजाब में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश पड़ने की संभावना है। इससे आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
पंजाब सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए कंट्रोल रूम नंबर जारी किए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद, सरकार ने सभी जिलों में 24 घंटे कंट्रोल रूम शुरू किए हैं। संभावित बाढ़ वाले क्षेत्रों में नदियों और जल निकासी की वास्तविक समय निगरानी जारी है। संवेदनशील क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी की जा रही है। प्रत्येक जिले में जूनियर इंजीनियरों की देखरेख में कंट्रोल रूम काम कर रहे हैं।
पंजाब के तीन मुख्य बांधों में जल स्तर सुरक्षित सीमा के भीतर