हरियाणा का ‘नमो मंत्र’ : CM सैनी ने NCR की 8 रैपिड रेल कॉरिडोर की समीक्षा की, दो प्रोजेक्ट पर फोकस

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में महत्वाकांक्षी 8 नमो भारत कॉरिडोर परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। इस उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक में, मुख्यमंत्री ने इन रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की, जिनमें से तीन कॉरिडोर वर्तमान में पहले चरण के कार्यान्वयन के अधीन हैं। ये महत्वपूर्ण मार्ग दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (82 किलोमीटर), दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़) (105 किलोमीटर) और दिल्ली-पानीपत-करनाल (136 किलोमीटर) तक फैले हुए हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक में हरियाणा के पर्यावरण एवं वन मंत्री राव नरबीर सिंह भी सक्रिय रूप से शामिल हुए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यातायात की भीड़ को कम करने, क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने और हरियाणा के शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास को गति देने में नमो भारत कॉरिडोर (RRTS) की परिवर्तनकारी क्षमता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से दिल्ली-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत-करनाल परियोजनाओं के लिए विभिन्न मंजूरियों में तेजी लाने के स्पष्ट निर्देश दिए, ताकि इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का समय पर पूरा होना सुनिश्चित किया जा सके और आम जनता को इनका लाभ जल्द से जल्द मिल सके।
बैठक के दौरान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के प्रबंध निदेशक (MD) शलभ गोयल ने मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों के समक्ष दो प्रमुख नमो भारत कॉरिडोर की विभिन्न महत्वपूर्ण विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्टों पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। बैठक में यह जानकारी दी गई कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर ने अपने 55 किलोमीटर के खंड पर सफलतापूर्वक संचालन शुरू कर दिया है और इस हाई-स्पीड कनेक्टिविटी को यात्रियों से अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, जो इस परियोजना की सफलता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस अवसर पर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि नमो भारत कॉरिडोर का डिजाइन भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने सिस्टम की उपयोगिता को और बढ़ाने के लिए मेट्रो सिस्टम के साथ कुशल और निर्बाध एकीकरण सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया, ताकि यात्रियों को एक सहज और एकीकृत परिवहन अनुभव मिल सके। मुख्यमंत्री ने दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत-करनाल कॉरिडोर से संबंधित विभिन्न पहलुओं जैसे कि अलाइनमेंट, स्टेशनों की अवस्थिति और भूमि अधिग्रहण की आवश्यकताओं की गहन समीक्षा की।
उन्होंने संबंधित विभागों को इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शीघ्र शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए NCRTC को हर संभव आवश्यक सहायता प्राथमिकता के आधार पर प्रदान करने के स्पष्ट निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित गुरुग्राम-फरीदाबाद-नोएडा नमो भारत कॉरिडोर के संभावित अलाइनमेंट की भी विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को इस महत्वपूर्ण कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के लिए NCRTC को सभी आवश्यक अनुमोदन और सहायता त्वरित गति से प्रदान करने का निर्देश दिया।
नमो भारत ट्रेन अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और लगभग 1 घंटे में 90 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए तीव्र गति वाली कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती है। यह गाजियाबाद और गुरुग्राम जैसे महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा के समय को सड़क मार्ग से लगने वाले लगभग 100 मिनट से घटाकर मात्र 37 मिनट कर देगा, जिससे यात्रियों के समय और ईंधन की बचत होगी। इसके अतिरिक्त, यह हरियाणा से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली हवाई अड्डे) तक तेज और सीधी पहुंच भी प्रदान करेगा, जो यात्रियों के लिए एक बड़ा लाभ होगा।
नमो भारत ट्रेन की अधिकतम डिजाइन गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, जिसमें स्टेशनों के बीच 5-10 किलोमीटर की औसत दूरी और प्रत्येक 5-10 मिनट में ट्रेनों की आवृत्ति सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यात्रियों को सुगम और त्वरित परिवहन सुविधा मिलेगी। ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, एसीएस- टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और शहरी संपदा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एके सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने परियोजना की प्रगति पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।