हरियाणा विधानसभा में दिखेंगे कई नए चेहरे, विनेश फोगाट के अलावा कौन-कौन नाम शामिल?
हरियाणा विधानसभा में सदस्य के तौर पर इस बार कई नए चेहरे दिखेंगे. इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का एक पूर्व अधिकारी, ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले चुकी एक महिला पहलवान और एक पूर्व जेल अधिकारी शामिल हैं. हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी सत्ता विरोधी लहर को मात देते हुए राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने को तैयार है.
पार्टी ने हरियाणा की कुल 48 सीट पर जीत दर्ज की, जो राज्य में उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वहीं, कांग्रेस के खाते में 37 सीट गईं, जबकि इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) को दो सीट से संतोष करना पड़ा. आम आदमी पार्टी (आप) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) अपना खाता भी नहीं खोल पाईं.
कांग्रेस के टिकट पर आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से किस्मत आजमाने वाले सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी चंद्र प्रकाश ने मौजूदा विधायक और भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई को 1,268 वोट के अंतर से मात दी. भव्य हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते हैं. उनसे पहले उनके पिता कुलदीप बिश्नोई आदमपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. वहीं, कुलदीप से पहले भजनलाल आदमपुर से विधायक थे.
ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी महिला पहलवान विनेश फोगाट (30) ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जुलाना में बीजेपी प्रत्याशी योगेश कुमार को 6,015 वोट के अंतर से हराया. विनेश ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा के बाद राजनीति की दुनिया में कदम रखा था. वह और बजरंग पुनिया 2023 में भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के तत्कालीन प्रमुख एवं पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन में सबसे आगे थे.
पेरिस ओलंपिक में विनेश ओलंपिक के फाइनल मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं. हालांकि, 50 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल से पहले लगभग 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद उन्हें मुकाबले से बाहर कर दिया गया था.
उधर, अहीरवाल क्षेत्र की अटेली सीट से अंतरराष्ट्रीय स्कीट निशानेबाज और बीजेपी उम्मीदवार आरती सिंह राव ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अतर लाल को हराया. आरती केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी हैं.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के पूर्व जेलर सुनील सांगवान ने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चरखी दादरी सीट से जीत दर्ज की. पूर्व जेल अधीक्षक सुनील सांगवान ने कांग्रेस की मनीषा सांगवान को 1,957 वोटों से हराया. सुनील सांगवान ने हाल में स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल के प्रपौत्र अर्जुन चौटाला ने सिरसा जिले की रनिया सीट से जीत हासिल की. अर्जुन आईएनएलडी नेता अभय सिंह चौटाला के बेटे हैं, जो ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला ने कैथल सीट पर बीजेपी के मौजूदा विधायक लीला राम को मात देते हुए विधानसभा में दस्तक दी.
आदित्य कांग्रेस नेता शमशेर सिंह सुरजेवाला के पोते हैं, जिन्होंने विधानसभा में कई बार कैथल का प्रतिनिधित्व किया. रणदीप भी कैथल सीट से विधायक रह चुके हैं. पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल के सबसे छोटे बेटे जगदीश के पुत्र और आईएनएलडी प्रत्याशी आदित्य देवीलाल ने डबवाली सीट पर जीत दर्ज की. आदित्य देवीलाल भाजपा छोड़ आईएनएलडी में शामिल हुए थे.
जाटों का गढ़ कहलाने वाले उचाना कलां में भाजपा के देवेंद्र चतर भुज अत्री ने कांग्रेस उम्मीदवार ब्रजेंद्र सिंह पर महज 32 वोटों से जीत दर्ज की. उचाना कलां सीट से निवर्तमान विधायक जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के दुष्यंत चौटाला पांचवें स्थान पर रहे. मुलाना (सुरक्षित सीट) में कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी की पत्नी एवं पार्टी उम्मीदवार पूजा चौधरी ने जीत हासिल की.
कालका सीट से भाजपा की शक्ति रानी शर्मा विजयी रहीं. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी और राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा की मां हैं. सिरसा से कांग्रेस के गोकुल सेतिया ने हरियाणा लोकहित विकास पार्टी के गोपाल कांडा को हराया. सेतिया हरियाणा के पूर्व मंत्री लक्ष्मण दास अरोड़ा के पोते हैं.
कलायत सीट हिसार से कांग्रेस सांसद जय प्रकाश के बेटे और पार्टी उम्मीदवार विकास सहारन की झोली में गई. विकास ने कलायत में पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी कमलेश ढांडा को हराया.