फर्जी तरीके से शादियां कराने वालों की ‘दुकान’ पर लगा ताला, बन गए नए नियम

0

उत्तर प्रदेश में शादियों के पंजीकरण को लेकर निबंधन विभाग के आइजी ने शुक्रवार को सर्कुलर जारी किया है। इसके तहत अब वैवाहिक स्थल नहीं बल्कि वर, वधु अथवा उनके माता – पिता के निवास स्थान के आधार पर संबंधित तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में शादी का पंजीकरण होगा।

इस नए सर्कुलर से फर्जी तरीके से शादी कराने वालों की दुकान बंद होगी। गाजियाबाद में इसका बड़े स्तर पर असर देखने को मिल सकता है। गाजियाबाद में बिना मान्यता चल रहे आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट पर फर्जीवाड़ा कर शादियों को कराने के आरोप लगे थे।

इस संबंध में अलग – अलग थानों में कुल पांच मामले पिछले साल दर्ज किए गए थे। शासन स्तर से इस मामले में जांच के आदेश जारी होने पर जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। एसआईटी की जांच में पता चला था कि फर्जीवाड़ा कर पांच साल में यहां पर 20 हजार शादियां कराई गई हैं।

 

शादी करने वालों में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई प्रदेशों के वर – वधु शामिल रहे हैं। इनमें से कुछ लड़कियां नाबालिग रहीं, जिनका फर्जी आधार प्रमाण पत्र तक तैयार कराया गया था। इनमें से कुछ शादियों का पंजीकरण भी करा लिया गया था।

इसके बाद शादी के पंजीकरण से वर और वधु की आयु की सत्यता की जांच के लिए उनके शैक्षिक प्रमाण पत्रों, आधार कार्ड की जांच करने की व्यवस्था बनाई गई थी।

 

अब नए नियम के तहत पारिवारिक सदस्य की गवाही और यदि पारिवारिक सदस्य की गवाही न हो तो शादी कराने वाले व्यक्ति की गवाही शादी के पंजीकरण के वक्त अनिवार्य होगी। ऐसे में फर्जी तरीके से शादी कराने वालों की पहचान भी आसानी से हो सकेगी।

जिले में शादियों के पंजीकरण की स्थिति

वर्ष – पंजीकरण की संख्या

2022 – 20,886

2023 – 23,690

2024 – 30,548

2025 (अप्रैल तक) – 8,166

इनके खिलाफ दर्ज कराया गया था केस

कविनगर के ब्लाक स्थित आर्य समाज विवाह मंदिर ट्रस्ट

मॉडल टाउन स्थित आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट

मॉडल टाउन स्थित आर्य समाज वैदिक संस्कार मंदिर

विजयनगर सेक्टर नौ स्थित वैदिक समाज कल्याण समिति

नंदग्राम स्थित आर्य समाज मंदिर बृजनगरी

केस स्टडी – एक

दिसंबर 2020 में कविनगर थाने में आर्य समाज विवाह मंदिर ट्रस्ट पर मुस्लिम युवक और हिंदू युवती की शादी कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप था कि राजस्थान के नागौर निवासी शोएब अख्तर की एक हिंदू युवती से शादी कराई गई और फर्जी प्रमाण पत्र जारी किया गया।

केस स्टडी – दो

अक्टूबर 2024 में नंदग्राम थाने में नंदग्राम स्थित आर्य समाज मंदिर ब्रजनगरी के प्रबंधकों पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। इसमें पता चला कि विवाह के वक्त गवाह बने विजय का आधार कार्ड फर्जी था।

RAGA NEWS ZONE Join Channel Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताजा खबर