हरियाणा को मिलेगी नई उड़ान: जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम सैनी से मुलाकात, इन क्षेत्रों में विकास के लिए बनाई नई योजना
हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने के बाद तमाम बीजेपी नेताओं में काम करने का एक अलग ही जुनून दिख रहा है। एक तरफ सैनी कैबिनेट के मंत्री अनिल विज जगह-जगह इंस्पेक्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सीएम सैनी ने भी आज हरियाणा की विकास को नई गति प्रदान करने के लिए जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की है। इस मुलाकात में कई क्षेत्रों में तेजी से विकास करने के मुद्दे पर चर्चा हुई है। चलिए आपको बताते हैं हरियाणा के किन क्षेत्रों में विकास को नई पंख लगने वाली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पद संभालते ही हरियाणा में अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण को मंजूरी दे दी। आज सीएम सैनी और जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के बीच मुलाकात के दौरान मेयर मैनफ्रेड ओकेल, रसेलहेम के मेयर पैट्रिक बर्गहार्ट, रौनहेम के मेयर डेविड रेंडेल और फ्रैंकफर्ट के सांसद राहुल कुमार शामिल थे। मुख्यमंत्री ने ऑटोमोटिव, फार्मेस्युटिकल्स, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में एक साथ काम करने की संभावनाओं को उजागर किया।
सीएम सैनी ने हरियाणा के विकास के लिए जर्मनी के अनुभव और तकनीकी सहयोग की जरूरत पर जोर दिया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने हरियाणा में निवेश और विकास के अवसरों की सराहना की और भविष्य में सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी इच्छाशक्ति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा एक अग्रणी प्रदेश है और जनसंख्या में छोटा होते हुए भी विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है।
राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा करने के लिए निवेशकों को आकर्षित कर रही है। निवेशकों को यहां विभिन्न सहूलियतें दी जा रही हैं , अगर जर्मनी की ओर से भी प्रदेश में निवेश करने की इच्छा जताई गई तो प्रदेश सरकार हर संभव सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार “गो ग्लोबल ” के माध्यम से हरियाणा में परिवर्तन लाने की दिशा में कार्य कर रही है। इसमें विदेशी सरकारों एवं संगठनों के साथ रणनीतिक साझेदारी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने , ग्लोबल इन्वेस्टमेंट, विदेशी प्लेसमेंट और प्रवासी लोगों के साथ मिलकर राज्य को विकसित बनाया जा रहा है।
नायब सिंह सैनी ने प्रदेश की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि हरियाणा राज्य ‘एक्सपोर्ट प्रेपरेडनेस इंडेक्स’ में टॉप पोजीशन पर है। इसके अलावा कंज्यूमर एक्सपेंडिचर एंड मॉडर्न रिटेल में 26 प्रतिशत भागीदारी के साथ देशभर में प्रथम स्थान पर है। इंक्रीमेंटल परफॉर्मन्स के लिए बनाई गई एजुकेशन-इंडेक्स में भी हरियाणा पहले स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि प्रदेश सरकार जहां ‘फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट’ को पूरी तरह से प्रमोट कर रही है वहीं कृषि, ऑटोमोबाइल, आईटी एंड ईएसडीएम, टैक्सटाइल एंड गारमेंट्स, फार्मेसिटिकल एंड केमिकल, लोजिस्टिक्स, एजुकेशन तथा बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के क्षेत्र में सबसे अग्रणी राज्य है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर ने भी जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल को हरियाणा की विकासात्मक गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि हरियाणा भारत की राजधानी नई दिल्ली को क्षेत्र के तीन तरफ से घेरे हुए है जिसका प्रदेश को विकास की राह में आगे बढ़ने में काफी लाभ मिल रहा है। उन्होंने केएमपी ग्लोबल कॉरिडोर, गुरुग्राम में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी, नारनौल में बनने वाले मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब जैसे विभिन्न प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी दी।