Farmers protest: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अचानक बिगड़ी तबीयत, 103 डिग्री बुखार, डॉक्टर कर रहे निगरानी

तेज बुखार और ज्यादा ठंड लगने की वजह से कंपकंपी आने की समस्या आ रही थी। मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम के प्रयासों की वजह से 2 घंटे में स्थिति सामान्य हो पाई है।
इससे पहले किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का बुधवार सुबह से ही स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था। बुधवार सुबह 5 बजे डल्लेवाल को तेज बुखार (103.6) हो गया था। डॉक्टरों की टीम मौके पर मौजूद रही और किसान नेता के स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए थी।
पिछले दो दिन से उनकी हालत खराब हो रही है। ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है, बुधवार सुबह पांच बजे अचानक उन्हें 103 डिग्री बुखार चढ़ गया। ऐसे में वहां मौजूद डॉक्टरों की टीम में भगदड़ मच गई और उन्होंने ट्रीटमेंट शुरू कर दिया, लेकिन डल्लेवाल का बुखार की वजह से हाथ सूज गया।
बुखार उतारने के लिए माथे पर ठंडे पानी की पट्टी रखी गई। ड्रिप लगाने के लिए बाजू की नस भी नहीं मिल रही है। ऐसे में कुल मिलाकर जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjeet Singh Dallewal) की हालत को लेकर डॉक्टर और किसान संगठन चिंता में हैं।
किसान नेता काका सिंह कोटड़ा व अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि डल्लेवाल का बुखार उतारने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां माथे पर रखी गई थी, जिससे उनको आराम मिला। इसके बाद नस में ड्रिप लगाने की कोशिश की, परन्तु नस नहीं मिली। नेताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि किसानों की मांगों को मानकर डललेवाल की जान बचाई जाए।
इसस पहले मंगलवार को खनौरी किसान मोर्चे पर आमरण अनशन के 92वें दिन जगजीत सिंह डल्लेवाल का स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ गया। उस समय उनका ब्लड प्रेशर 176/107 तक पहुंच गया। इसके बाद किसान मोर्चे पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल का ट्रीटमेंट किया, तब जाकर उनका ब्लड प्रेशर स्थिर हुआ।
डॉक्टरों द्वारा लगातार डल्लेवाल के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि अनशन के दौरान डल्लेवाल ने अन्न का सेवन नहीं किया है, जिससे उनकी सेहत कमजोर होती जा रही है। केंद्र सरकार को किसानों की एमएसपी गारंटी कानून सहित अन्य मांगों को जल्द पूरा करना चाहिए क्योंकि एक वर्ष से किसान बॉर्डरों पर मोर्चा लगाए बैठे हैं।