हरियाणा में इस कारण 2 डॉक्टरों का लाइसेंस निलंबित, 3 गिरफ्तार

हरियाणा के अधिकारियों ने अवैध गर्भपात के मामले में दो डॉक्टरों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं और अवैध रूप से मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी किट बांटने के आरोप में तीन कथित फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को ये जानकारी दी. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने राज्य टास्क फोर्स की साप्ताहिक बैठक के दौरान निलंबन की घोषणा की.
हरियाणा में अवैध गर्भपात पर कार्रवाई: बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह राज्य भर में 50 निरीक्षण किए गए और 25 एमटीपी केंद्र बंद किए गए तथा तीन एफआईआर दर्ज की गईं. आधिकारिक बयान के अनुसार, एसीएस को सूचित किया गया कि कुरुक्षेत्र में एक डॉक्टर और असंध, करनाल में एक अन्य डॉक्टर का एमटीपी लाइसेंस निलंबित किया गया है. इसके अलावा, दो दुकानों को सील कर दिया गया और 921 एमटीपी किट जब्त की गईं.
पुलिस ने चलाया छापेमारी अभियान: उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों पर औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. गुरुग्राम में स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने डीएलएफ फेज तीन के यू ब्लॉक में दो क्लीनिकों पर छापा मारकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया. उनकी पहचान नवजीवन क्लीनिक के संचालक डॉ. सैलेन सरकार और बंगाली क्लीनिक के परेश नूनिया और फैजल के रूप में हुई.
हरियाणा के लिंगानुपात सुधार पर जोर: साप्ताहिक बैठक में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत अवैध गर्भपात पर अंकुश लगाने और राज्य के लिंगानुपात को सुधारने के प्रयासों पर चर्चा की गई. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि एमटीपी किट बेचने वाले थोक विक्रेताओं की संख्या एक महीने में ही 32 से घटकर छह रह गई है, जबकि राज्य के 13 जिलों में किट की बिक्री में उल्लेखनीय गिरावट आई है.