जाली दस्तावेजों से नशा तस्करों की कराई थी जमानत, पुलिस ने ऐसे किया राजफाश; 8 आरोपी गिरफ्तार

संगरूर। जाली आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज तैयार करके एनडीपीएस व आबकारी एक्ट अधीन आरोपितों की अदालतों से जमानत करवाने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को संगरूर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अब तक संगरूर, धूरी, खन्ना, फतेहगढ़ साहिब व पटियाला जिले में 40 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
गांव के नंबरदारों से लेकर कई व्यक्ति इस गोरखधंधे में संलिप्त हैं, जिनके द्वारा जाली दस्तावेजों पर जमानत करवाने के एवज में 30 से 50 हजार रुपये वसूल किए जाते थे। सभी साथी राशि आपस में वितरित कर लेते हैं। पुलिस ने इनके पास से जाली दस्तावेज, कंप्यूटर, कलर प्रिंटर, लैमिनेशन मशीन व मोबाइल फोन इत्यादि बरामद किए गए हैं। इनमें से तीन आरोपितों को पुलिस द्वारा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है, वहीं एक साथी की गिरफ्तारी होनी अभी बाकी है।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी दिलप्रीत सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि राजवीर सिंह निवासी चीमा, हरदीप सिंह निवासी चीमा, सुखदीप सिंह उर्फ साहिल बिल्ला निवासी धूरी वकीलों के मुंशियों के साथ मिलकर जाली दस्तावेजों के आधार पर नशा तस्करों की अदालतों से जाली जमानतें करवाते हैं।
पुलिस ने इसके आधार पर 24 जून को थाना सिटी-वन संगरूर में केस दर्ज कर पड़ताल आरंभ कर दी। पड़ताल उपरांत थाना सिटी संगरूर-1 पुलिस ने 24 जून को राजवीर सिंह निवासी चीमा व हरदीप सिंह निवासी चीमा को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से जाली आधार कार्ड व अन्य जमानती दस्तावेज बराद किए गए।
इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बलजीत सिंह गिरी निवासी संगरूर, सुरजीत सिंह निवासी खन्ना, मनजिंदर सिंह निवासी कांझला, नंबरदार गुरदीप सिंह निवासी कांझला, मोहित कुमार उर्फ मोती निवासी धूरी, मनप्रीत सिंह उर्फ मनी निवासी धूरी को केस में नामजद किया। 26 जून को पुलिस ने मोहित उर्फ मोती, मनप्रीत सिंह मनी व बलजीत सिंह को गिरफ्तार करके कंप्यूटर सेट, प्रिंटर, लेमिनेशन मशीन बरामद की गई।