Dhanteras 2024: आज शाम की पूजा में जरूर चढ़ाएं भगवान धन्वंतरि की चार प्रिय वस्तु, पूरे साल स्वस्थ रहेंगे आप

दिवाली से दो दिन पहले आने पर्व धनतेरस आज पूरे भारत में मनाया जा रहा है। हिंदू शास्त्रों में इस पर्व का काफी महत्व है और इस दिन भगवान कुबेर जी की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही, इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा भी की जाती है। भगवान धन्वंतरि को सृष्टि वैद्य और चिकित्सक भी कहा जाता है। भगवान धन्वंतरि को भगवान विष्णु के अवतार के रूप में भी पूजे जाते हैं। बता दें कि धनतेरस के दिन केवल धन की प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवन के लिए भी भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। आज के दिन लोग भगवान धन्वंतरि को सोना-चांदी और अन्य वस्तु चढ़ाते हैं, इसके साथ ही भोग में लोग घर में बने पकवान चढ़ाते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि आज के दिन भगवान धन्वंतरि को सोना-चांदी के अलावा उनकी चार प्रिय वस्तु भी चढ़ानी होती हैं। अगर आप पूजा के दौरान इन चार वस्तुओं का चढ़ावा करते हैं तो भगवान धन्वंतरि काफी प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहेगी। आइए फिर उन चार वस्तु के बारे में विस्तार से जानते हैं।
धनतेरस में चढ़ने वाली भगवान धन्वंतरि की चार प्रिय वस्तु
शंख – शंख आयुर्वेदिक और धार्मिक दोनों तथ्यों से इस्तेमाल किया जाता है। वहीं भगवान धन्वंतरि को दोनों रूप में पूजा जाता है। ऐसे में भगवान धन्वंतरि की प्रिय वस्तु में से एक है। अगर आप आज शाम की पूजा में शंख को भगवान धन्वंतरि को चढ़ाते हैं तो भगवान काफी प्रसन्न होंगे और आपके घर में सदा उनकी कृपा बनी रहेगी।
पान के पत्ते – धनतेरस पर आप पान के पत्ते खरीदकर भगवान धन्वंतरि का पूजन करें। माता लक् और धन्वंतरि को पान के पत्ते काफी प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते का इस्तेमाल धनतेरस की पूजा में करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आयुर्वेद में पान के पत्ते को अनेक औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है।
सिंघाड़ा – सिंघाड़े का इस्तेमाल कई देवी-देवताओं की पूजा में किया जाता है। सिंघाड़े को प्रसाद के रूप में माता को चढ़ाया जाता है। आयुर्वेद में सिंघाड़े को कई औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, जिसका तालमेल सीधा भगवान धन्वंतरि से है। ऐसे में धनतेरस की पूजा में सिंघाड़े का फल चढ़ाना बेहद ही शुभ होता है।
तांबे का बर्तन – आयुर्वेद में तांबे के बर्तनों को सदियों से स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। तांबा एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है और इसमें कई औषधीय गुण होते हैं, जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। भगवान धन्वंतरि को सृष्टि के पहले चिकित्सक के रूप में पूजा जाता है, ऐसे स्वास्थ्य से जुड़ी वस्तु जैसे तांबे का बर्तन धनतेरस की पूजा में चढ़ाना शुभ माना जाता है।