पटियाला में कर्नल बाठ मारपीट मामला: चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी गठित, एसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर करेंगे जांच

पंजाब के पटियाला में भारतीय सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे के साथ पंजाब पुलिस कर्मियों की ओर से की गई मारपीट का मामले में जांच के लिए स्पेशल इनवेस्टिगेशन कमेटी (एसआईटी) बनाई गई है। एसआईटी में चंडीगढ़ पुलिस के एसएसपी आईपीएस अधिकारी मंजीत श्योराण, डीएसपी और एक इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है।
कर्नल बाठ के साथ मारपीट के मामले में डीजीपी ने यूटी एसपी मंजीत श्योराण के नेतृत्व में एसआईटी गठित की। इसमें एक डीएसपी और एक इंस्पेक्टर को भी शामिल किया गया है। हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस की एसआईटी कैंसिल चंडीगढ़ पुलिस को एक एसपी के नेतृत्व में मामले की जांच करवाने के आदेश दिए थे। मामले की जांच के लिए लगभग चार महीने का समय लगेगा।
बता दें कि मामले में कर्नल के परिवार ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। परिवार ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी। उनका कहना था था कि उन्हें पंजाब पुलिस की जांच पर विश्वास नहीं है। इसलिए हाईकोर्ट के आदेश पर चंडीगढ़ पुलिस को मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाने का आदेश दिया गया था।
13 मार्च की रात को पटियाला में पंजाब पुलिस के जवानों द्वारा सेना के कर्नल पुष्पिंदर व उनके बेटे अंगद सिंह के साथ शराब के नशे में मारपीट की गई थी। पुलिस ने कर्नल के बयान लेने के बजाय एक ढाबे पर काम करने वाले व्यक्ति के बयानों पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था और मारपीट करने वाले जवानों को बचाने का प्रयास किया गया था।
पुलिस ने कर्नल की पत्नी को केस दर्ज करवाने के लिए भी इधर से उधर थानों में कई चक्कर कटवाए। इसके बाद यह मामला वेस्टर्न कमांड के अधिकारियों तक भी पहुंचा और पंजाब पुलिस के आलाधिकारियों के साथ कार्रवाई करने को लेकर बातचीत की गई। इसके बाद पंजाब पुलिस हरकत में आई और पंजाब पुलिस के अधिकारियों द्वारा वीडियो जारी करके सेना से माफी मांगी गई।
सेना अधिकारियों की बातचीत के बाद ही बाकायदा पंजाब पुलिस की ओर से करीब 12 जवानों को सस्पेंड करने की भी कार्रवाई अमल में लाई गई। वहीं, सेना के अधिकारी अभी तक भी इस मामले में पंजाब पुलिस के साथ पूरा अपडेट ले रहे हैं और उनके संपर्क में जुड़े हुए हैं।