10वीं के साइंस पेपर में नकल: युवकों ने गाड़ी में बैठकर बनाईं पर्चियां, SDM ने रेड करके 4 लोगों को पकड़ा

Haryana Board Exam 2025: हरियाणा में आज 11 मार्च मंगलवार को 10वीं बोर्ड का साइंस का पेपर था। प्रदेश में अब तक नकल के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस कड़ी में प्रदेश में स्कूलों से नकल के मामले भी सामने आए हैं। बता दें कि पहले भी नकल के मामले सामने आ चुके हैं। अब तक 10वीं के 4 और 12वीं के 5 पेपर हो चुके हैं, जिनमें नकल के मामलों में शामिल 320 लोगों पकड़ा जा चुका है। आज परीक्षा में नकल को रोकने के लिए स्कूल प्रशासन ने कंटीले तार भी लगाए थे, इसके बावजूद भी नकलची बाज नहीं आए। आज नकल में शामिल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गाड़ी में बनाई नकल की पर्चियां
आज हरियाणा बोर्ड के एग्जाम में नकल का पहला मामला सोनीपत के पुगथला स्कूल से सामने आया है। यहां तीन लोग स्कूल से करीब 200 मीटर की दूरी पर गाड़ी में बैठकर पर्चियां बनाते दिखे। इन युवकों के मोबाइल में प्रश्न भेजे गए थे, जिन्हें देखकर ये युवक नकल की पर्चियां बना रहे थे। इतना ही नहीं पर्चियों को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाने के लिए 6 बाइक राइडर हायर किया गया था। ये बाइक राइडर मौका मिलते ही स्कूल के चारों तरफ राउंड लगाकर नकल की पर्चियां फेंक रहे थे। स्कूल प्रशासन ने नकल रोकने के लिए कंटीले तार लगाए भी थे। लेकिन आरपियों ने प्लास से काट दिया था।
गन्नौर के एसडीएम ने की छापेमारी
मामले के बारे में पता लगने पर एग्जाम खत्म होने के 5 मिनट पहले सोनीपत से गन्नौर के एसडीएम और उनकी टीम ने मौके पर छापेमारी कर दी। टीम ने पुगथला स्कूल के पास नकल करा रहे 4 लोगों को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर युवकों के पास से मोबाइल फोन, नकल सामग्री, पेपर कोड और एग्जाम में आए क्वेश्चन मिले। सभी आरोपियों को पकड़कर थाने भेज दिया गया है। इसके अलावा आरोपी जिस कार में बैठकर नकल की पर्चियां बना रहे थे। उस गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है।
पानीपत के स्कूल में परीक्षा के वक्त पुलिसकर्मी नहीं थे मौजूद
दूसरी तरफ पानीपत के श्री महावीर आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आज परीक्षा के वक्त पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे। ऐसा कहा जा रहा है कि एग्जाम शुरू होने के एक घंटे बाद राजबीर नाम का ऑफिसर परीक्षा केंद्र पर पहुंचा। कहा जा रहा है कि सवाल करने पर उसने बताया कि वह किसी काम से गया था। जबकि अन्य पुलिसकर्मियों ने कहा कि वह कोर्ट गए थे, इसलिए नहीं आए