चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का तेज़ी से हो रहा विश्वस्तरीय पुनर्विकास, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया निरीक्षण
चंडीगढ़: केंद्र सरकार द्वारा देशभर में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण अभियान के तहत चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। इसी कड़ी में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को स्टेशन पर चल रहे व्यापक पुनर्निर्माण कार्यों का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने मंत्री को परियोजना की प्रगति, नई तकनीकों के उपयोग और स्टेशन की बदलती शक्ल का विस्तृत ब्यौरा दिया। समीक्षा के बाद वैष्णव ने कहा कि चंडीगढ़ स्टेशन को विश्व-स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां प्री-फैब्रिकेटेड मॉड्यूलर डिजाइन जैसी आधुनिक तकनीकें तेजी से काम को आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने बताया कि 462 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस स्टेशन में रूफ प्लाज़ा दोनों ओर—चंडीगढ़ और पंचकूला—को जोड़ते हुए इसे एकीकृत स्वरूप देगा।
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, नॉर्दर्न रेलवे के जीएम अशोक कुमार वर्मा, अंबाला मंडल के डीआरएम विनोद भाटिया सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री ने कहा कि चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन देश के सबसे महत्वपूर्ण प्रवेश द्वारों में से एक है, जहां से हिमाचल और पंजाब की ओर जाने वाले पर्यटकों का भारी दबाव रहता है। ऐसे में स्टेशन का आधुनिक, सुलभ और यात्रियों की जरूरतों के अनुरूप विकसित होना बेहद आवश्यक है। इसी सिलसिले में वैष्णव ने मोहाली स्थित सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (एससीएल) का भी निरीक्षण किया और 4500 करोड़ रुपये से चल रहे इसके आधुनिकीकरण एवं विस्तार की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि एससीएल में अत्याधुनिक तकनीकें लागू की जा रही हैं, जिससे देश की सेमी-कंडक्टर क्षमता को नई दिशा मिलेगी।
रेलवे निरीक्षण के दौरान मंत्री ने नई दिल्ली–चंडीगढ़ सेक्शन पर विंडो ट्रेलिंग जांच भी की। इस दौरान उन्होंने ट्रैक मेंटेनर्स, पीडब्ल्यूआई और सिग्नल विभाग के कर्मचारियों से बातचीत कर उनके कार्य क्षेत्र की चुनौतियों को समझा। कर्मचारियों ने सिग्नल, रिले, पॉइंट्स, टर्नआउट्स और क्रॉसिंग्स की देखरेख से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। मंत्री ने उन्हें वैश्विक मानकों वाले बेहतर ट्रैक और सिग्नल रखरखाव तरीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
चालू स्टेशन में निर्माण चुनौतीपूर्ण, लेकिन टीमें तेजी से कार्य पूरा करने में जुटी – अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लंबे समय से लंबित पुनर्विकास प्रोजेक्ट की प्रगति को लेकर कहा कि काम पूरी गति से आगे बढ़ रहा है और यह पांच वर्ष की निर्धारित अवधि से काफी पहले पूरा कर लिया जाएगा। जनवरी 2023 में शुरू हुआ 462 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट पहले मई 2024 तक पूरा होना था, जिसकी समयसीमा बढ़कर मई 2025 और फिर अक्टूबर 2025 तक पहुंची, लेकिन वह भी हासिल नहीं हो सकी। मंत्री ने बताया कि चालू स्टेशन में काम करना चुनौतीपूर्ण होता है, फिर भी टीमें तेजी से कार्य कर रही हैं और परियोजना को विश्वस्तरीय ढांचे की दिशा में उल्लेखनीय स्तर तक पहुंचा चुकी हैं।
