चंडीगढ़: क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों के साथ चार आरोपियों को किया गिरफ्तार, दो कारें बरामद

क्राइम ब्रांच थाना-11 पुलिस ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को काबू किया है। पुलिस ने इनके पास से पाँच देसी पिस्तौल, तीन देसी कट्टे, दस जिंदा कारतूस और दो कारें बरामद की हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन चंडीगढ़ के निवासी और एक हथियार सप्लायर लुधियाना का रहने वाला है। मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए चंडीगढ़ पुलिस के एसपी (क्राइम) जसबीर सिंह ने वीरवार को सेक्टर-9 स्थित पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। एसपी जसबीर सिंह ने बताया कि सात सितंबर को एएसआई करमवीर सिंह की टीम गश्त के दौरान सेक्टर-56 के पास थी, तभी उन्हें गुप्त सूचना मिली कि दो युवक अवैध हथियारों के साथ सेक्टर-34/35 की ओर जा रहे हैं।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक बोलेरो गाड़ी को रोका, जिसमें रोहन और सुमित नामक आरोपी मौजूद थे। उनकी तलाशी लेने पर रोहन से पाँच जिंदा कारतूसों सहित एक देसी पिस्तौल और बोलेरो बरामद हुई, जबकि सुमित से एक देसी कट्टा और एक कारतूस मिला। दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी लंबे समय से हथियारों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने अपने अन्य साथियों के नाम बताए। इसके बाद पुलिस ने आठ सितंबर को मोहित नामक तीसरे आरोपी को सेक्टर-56 से गिरफ्तार किया। उसके पास से भी एक देसी कट्टा और एक कारतूस मिला। वहीं मुख्य सप्लायर बाबलू को रोहतक से दबोचा गया।
बाबलू लुधियाना का रहने वाला है और पिछले कई महीनों से चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों में अवैध हथियार सप्लाई कर रहा था। उसकी हुंडई अलकज़ार कार से दो पिस्तौल, दो कट्टे और तीन जिंदा कारतूस मिले। पुलिस के अनुसार रोहन (21) और सुमित (22) दोनों सेक्टर-38 वेस्ट के रहने वाले हैं और ढोल-बाजे बजाने का काम करते हैं। वहीं मोहित (19) सेक्टर-56 का निवासी है और उसने हथियार बाबलू से लेकर सुमित को बेचे थे। बाबलू (31) सातवीं कक्षा तक पढ़ा है और पेशे से अवैध हथियार सप्लायर है। पुलिस ने चारों आरोपियों को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से रोहन और बाबलू पुलिस रिमांड पर हैं, जबकि मोहित न्यायिक हिरासत में है। सुमित के खिलाफ पहले भी मारपीट और धमकी देने के मामलों में एफआईआर दर्ज है।
पुरानी रंजिश के चलते बाबलू से खरीदे थे हथियार
एसपी जसबीर सिंह ने बताया कि सुमित, रोहन और मोहित की कुछ स्थानीय युवकों से पुरानी रंजिश चल रही थी। पिछले दिनों इनके परिवार पर हमला भी हुआ था, जिसमें रोहन के चाचा घायल हो गए थे। इसी दुश्मनी के चलते इन्होंने हथियार खरीदे थे ताकि बदला लिया जा सके। क्राइम ब्रांच का कहना है कि इस गिरोह की गिरफ्तारी से चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में अवैध हथियारों की सप्लाई पर बड़ा अंकुश लगेगा। जांच टीम लगातार और सुराग जुटा रही है ताकि इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों तक भी पहुंचा जा सके।