चंडीगढ़: मध्यमार्ग पर ‘ग्रिल लगाने का खेल ! इंजीनियर 3 दिन तक फोन से गायब, एसडीओ के बयान भी उलझे — 2 करोड़ का खेल जांच के दायरे में!
चंडीगढ़। मध्यमार्ग पर लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत से डिवाइडर ग्रिल बदलने का काम अब गंभीर सवालों के घेरे में है। शहरवासियों के आरोप और विभागीय अधिकारियों की बचाव वाली प्रतिक्रियाओं ने पूरे प्रोजेक्ट को संदेहास्पद बना दिया है।
पीजीआई से लेकर मनीमाजरा हाउसिंग बोर्ड तक फैले इस प्रोजेक्ट में प्रशासन की तरफ से पुरानी, ठीक-ठाक ग्रिल को हटाकर नई लगाई जा रही है, जबकि दूसरी ओर जहां नई ग्रिल की जरूरत है, वहां कोई काम न होने पर जनता में भारी रोष है।
एक्सन 3 दिन फोन से गायब, फिर कहा– ‘छुट्टी पर हूँ’
सीपी-2 डिवीजन के कार्यकारी अभियंता जी.एस. ग्रेवाल से जब इस पूरे मामले पर बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने पहले दो दिन फोन ही नहीं उठाया।
तीसरे दिन कॉल रिसीव करने पर कहा—“मैं छुट्टी पर हूँ, ऑफिस आकर कागजात देखकर ही बता पाऊँगा कि टेंडर किसका है और कितने का है।”
इसके बाद एक्सन ने मामले से दूरी बनाते हुए कहा कि
“एसडीओ से बात कर लो, वही बता देंगे।”
एसडीओ पहले बचते दिखे, फिर दिए उलझे हुए जवाब
जब एसडीओ से संपर्क किया गया, तो वे भी पहले मामले में तालमटोल करते नजर आए।
लेकिन बाद में दोबारा कॉल करने पर उन्होंने जानकारी दी कि काम दो अलग-अलग टेंडरों के तहत किया जा रहा है:
पहला टेंडर — ₹49 लाख
पीजीआई से ट्रांसपोर्ट चौक लाइट प्वाइंट तक
पुरानी ग्रिल को रिपेयर करने का काम
एसडीओ के अनुसार: “पुरानी ग्रिल की एवरेज के हिसाब से ठेकेदार से पैसे काटे जाएंगे।”
दूसरा टेंडर — ₹1 करोड़ 25 लाख
ट्रांसपोर्ट चौक से मनीमाजरा हाउसिंग बोर्ड, पंचकूला बॉर्डर तक
नई ग्रिल लगाने का काम
एसडीओ के अनुसार, दोनों मिलाकर टेंडर 1 करोड़ 74 लाख रुपये का बैठता है।
पर असल जमीन पर तस्वीर कुछ और…
जांच में यह बात सामने आई है कि— जहां नई ग्रिल लगाने का टेंडर था, वहीं पुरानी ग्रिल को ही रिपेयर करके लगाया जा रहा है।
मध्यमार्ग पर जहां पुरानी ग्रिल अच्छी हालत में थी, उन्हें उखाड़कर नई लगाई जा रही है।
इससे करोड़ों रुपये की “बजट खपत” और “रिपेयर के नाम पर गोलमाल” की आशंका गहराती जा रही है।
यही कारण है कि पूरा मामला अब जांच का विषय बन चुका है।
जनता का आरोप “यह सीधा-सीधा करोड़ों का खेल है”
शहरवासियों का कहना है कि: शहर में कई जगह ग्रिल लगाने की सख्त जरूरत है, पर वहाँ काम नहीं।
जहाँ पुरानी ग्रिल बिल्कुल ठीक थी, वहाँ से उसे उखाड़कर नई लगाना पैसा बर्बाद करना है।
अधिकारियों के उलझे हुए जवाब और टालमटोली इस प्रोजेक्ट की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा करते हैं।
विजिलेंस जांच की मांग तेज
कांग्रेस प्रवक्ता कृष्णलाल व नागरिक समूहों व स्थानीय निवासियों ने इस पूरे प्रकरण में विजिलेंस जांच की मांग उठाई है।
लोगों का कहना है कि: टेंडरों की वास्तविक फाइलें, साइट पर इस्तेमाल की गई ग्रिल की गुणवत्ता, पुरानी ग्रिल की वास्तविक स्थिति, और रिपेयर के नाम पर हुई पेमेंट, सबकी जांच जरूरी है।
एक्सईएन और एसडीओ पर लीपापोती के आरोप
अधिकारी न तो निरीक्षण रिपोर्टें स्पष्ट बता पा रहे हैं, न ही पंचकूला बॉर्डर तक हुए काम की वास्तविक स्थिति।
उनके उलझे हुए जवाबों के चलते मामला और संदिग्ध बन गया है।
प्रशासन पर फिजूलखर्ची का आरोप: कांग्रेस प्रवक्ता कृष्णलाल ने उठाए सवाल
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कृष्णलाल ने चंडीगढ़ प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि शहर के मध्य मार्ग (मध्यमार्ग) पर बिल्कुल सही-सलामत रेलिंग को हटाकर दोबारा लगाने का कार्य सार्वजनिक धन का खुला दुरुपयोग है। उन्होंने कहा कि एक ओर नगर निगम में भारी वित्तीय संकट के कारण शहर और कॉलोनियों के विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन अनावश्यक खर्चों में जुटा हुआ है।
कृष्णलाल ने आरोप लगाया कि शहर की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, सीवरेज व्यवस्था चरमराई हुई है और सफाई व्यवस्था भी बदहाल है। ग्रीन बेल्टों में कूड़े के ढेर लगे होने से शहर की सुंदरता और स्वच्छता दोनों प्रभावित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि “चंडीगढ़ के इतिहास में पहली बार नगर निगम व्यावहारिक रूप से दिवालिया स्थिति में पहुंच चुका है,” लेकिन इसके बावजूद प्रशासन जनता के धन की अनदेखी कर फिजूलखर्ची कर रहा है।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बजट की कमी का हवाला देकर कई कर्मचारियों की नौकरियां समाप्त कर दी गईं और अनेक पद खाली होने के बावजूद भर्ती नहीं की जा रही। विकास कार्य रुके पड़े हैं, जबकि दूसरी तरफ प्रशासन जनता के पैसों की बर्बादी में लगा हुआ है।
कृष्णलाल ने मांग की कि मध्यमार्ग पर रेलिंग हटाने और दोबारा लगाने के पूरे प्रकरण की तुरंत जांच करवाई जाए और जनता के धन के दुरुपयोग पर रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी चंडीगढ़ की जनता से जुड़े मुद्दों को आगे भी पूरी मजबूती से उठाती रहेगी।
