चंडीगढ़ में आज से कटेंगे चालान: DGP ने लगाई पुलिस अफसरों की क्लास, पूछा- एक थाना इंचार्ज लगने को इतनी सिफारिश क्यों आ रहीं
Oplus_131072
चंडीगढ़ में बढ़ते अपराधों को लेकर पहली क्राइम समीक्षा बैठक में डीजीपी डॉक्टर सागर प्रीत हुड्डा का रुख बेहद सख्त रहा। सेक्टर-9 में स्थित पुलिस मुख्यालय में हुई बैठक के दौरान डीजीपी ने साफ कहा कि इलाकों में खुलेआम ड्रग बिक रही है, सट्टा चल रहा है और चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन कई थाना प्रभारी सिर्फ एक-दो केस दर्ज कर औपचारिकता निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह पिछले 6 महीने से क्राइम की स्थिति को बारीकी से देख रहे हैं, लेकिन हत्या जैसे गंभीर मामलों में भी पुलिस नाकाम नजर आ रही है। वहीं बैठक में डीजीपी ने सवाल उठाया कि सेक्टर-34 पुलिस थाना में इंचार्ज बनने के लिए इंस्पेक्टर सिफारिश क्यों लगवा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यह थाना आखिर किसकी मिलीभगत से चल रहा है।
डीएसपी स्तर के अधिकारियों से जब क्राइम को लेकर सवाल किए गए तो कई जवाब नहीं दे पाए। इस पर डीजीपी ने साफ कहा कि आगे से पूरी तैयारी के साथ मीटिंग में आया जाए। डीएसपी ईस्ट और नॉर्थ को निर्देश दिए गए कि अपने इलाकों में ड्रग की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाए।
DGP ने ट्रैफिक पुलिस को आदेश दिए कि डेंजरस ड्राइविंग और दूसरी तरह से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के आज, शुक्रवार से चालान काटे जाएं।
डीजीपी की थाना प्रभारियों को फटकार……
चौराहों से गायब ट्रैफिक पुलिसः डीजीपी ने ट्रैफिक व्यवस्था पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि चौराहों और ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस जवान अक्सर गायब रहते हैं। कई जगह पुलिसकर्मी तैनात होते हुए भी साइड में बैठे मिलते हैं और बुलाने पर ही सक्रिय होते हैं। डीजीपी ने ट्रैफिक विंग में तैनात 7 इंस्पेक्टरों की भूमिका पर भी सवाल उठाए कि वे पूरे दिन आखिर क्या कर रहे हैं।
पकड़ने की बजाय CCTV पर दौड़ रही पुलिसः डीजीपी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि किसी वारदात के बाद अपराधी को पकड़ने के बजाय पुलिस सीसीटीवी कैमरों के भरोसे बैठ जाती है। इससे न तो अपराध रुक रहा है और न ही मामलों का समय पर खुलासा हो पा रहा है। क्राइम सॉल्व न होने पर कई थाना प्रभारियों को बैठक में फटकार भी लगाई गई।
