Brazil Plane Crash: बड़ा विमान हादसा, ब्राजील में 17 हजार फीट की ऊंचाई से गिरा प्लेन, क्रैश होते बना आग का गोला, 61 पैसेंजर्स की मौत
ब्राजील के साओ पाउलो राज्य के विन्हेडो शहर में एक प्लेन क्रैश हो गया। वॉयपास एयरलाइन (Voepass Airline) के मुताबिक विमान में 61 लोग सवार थे। प्लेन क्रैशन में विमान में बैठे सभी पैसेंजर्स की मौत गई। इस प्लेन ने साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ग्वारुल्होस से उड़ान भरी थी। प्लेन में 57 यात्री और 4 क्रू सदस्य सवार थे। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। हादसे का शिकार हुआ विमान PS-VPB, एटीआर 72-500 (ATR 72-500) मॉडल का था। इसमें कुल 74 लोग सवार हो सकते थे, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के समय विमान में 61 लोग सवार थे।
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा से पता चला कि दुर्घटना से डेढ़ मिनट पहले विमान ने ऊंचाई हासिल करना बंद कर दिया था। स्थानीय समय के अनुसार, विमान दोपहर 1:21 बजे तक 17 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था। इसके बाद यह महज 10 सेकंड में लगभग 250 फीट नीचे गिर गया। अगले आठ सेकंड में, यह लगभग 400 फीट ऊपर गया। फिर, आठ सेकंड बाद, यह 2 हजार फीट नीचे पहुंच गया। इसके बाद, यह तेजी से नीचे गिरने लगा। महज एक मिनट में, विमान लगभग 17 हजार फीट की ऊंचाई से गिर गया और आग पकड़ ली।
CNN ब्राज़ील की रिपोर्ट के मुताबिक, सिविल सुरक्षा विभाग ने बताया कि विमान एक रिहायशी इलाके में गिरा, लेकिन जमीन पर कोई हताहत नहीं हुआ। एक रिहायशी घर को नुकसान पहुंचा है। विमान कास्कावेल से रवाना हुआ था और साओ पाउलो की ओर जा रहा था। स्थानीय समयानुसार 1:30 बजे इसका सिग्नल गायब हो गया। वॉयपास एयरलाइन ने कहा है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हादसा कैसे हुआ। हालांकि, विन्हेडो के पास वलिन्होस प्रशासन के अनुसार, इस दुर्घटना में कोई भी जीवित नहीं बचा। नजदीक के कंडोमिनियम कॉम्प्लेक्स में केवल एक घर को नुकसान हुआ है, लेकिन किसी निवासी को चोट नहीं आई।
विमान हादसे के बाद पीड़ितों को बचाने के लिए 7 टीमों, जिसमें आर्मी पुलिस भी शामिल थी, को तैनात किया गया। सरकारी बयान के अनुसार, लीगल मेडिकल इंस्टीट्यूट (IML) की टीमों और शवों को इकट्ठा करने के लिए जिम्मेदार लोगों को भी मौके पर भेजा गया है। ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने हादसे के बाद पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। क्रैश में मारे गए सभी पैसेंजर्स के क्षत-विक्षत शवों को मलबे से निकाला गया।