गुजरात की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट: मध्य प्रदेश के 18 मजदूरों की मौत, 3 गंभीर; बॉयलर फटने से चीथड़े उड़े

गुजरात के बनासकांठा में मंगलवार (1 अप्रैल) को पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से 18 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि, 3 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डीसा के धुनवा रोड स्थित यह फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित थी।
हादसे का शिकार हुए सभी मृतक और घायल मजदूर मध्य प्रदेश के निवासी हैं। दो दिन पहले ही यह लोग यहां मजदूरी के लिए आए थे। फिलहाल, मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी। विधायक प्रवीण माली ने बताया, अब भी मजदूर मलबे में दबे हैं।
बनास मेडिकल कॉलेज में भर्ती श्रमिक विजय ने बतया, हम लोग फैक्ट्री में काम कर रहे थे, तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। धमाके से मैं बेहोश हो गया। आंख खुली तो चारों ओर आग थी। बुरी तरह से झुलसे होने के बावजूद फैक्ट्री से बाहर भागे।
कलेक्टर बोले-
बनासकांठा कलेक्टर मिहिर पटेल ने कहा, फैक्ट्री के मलबे से अभी तक 13 शव निकाले जा चुके हैं। जबकि, हादसे में घायल चार लोगों की हालत स्थिर है। विस्फोट से RCC स्लैब ढह गया था। जिस कारण श्रमिक वहां फंस गए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। FSL टीम भी बुलाई गई है।
SDM नेहा पांचाल ने बताया, पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से ब्लास्ट हुआ है। विस्फोट से बिल्डिंग का स्लैव गिर गया, जिस कारण वहां काम कर रहे मजदूर फैक्ट्री के अंदर फंस गए। रेस्क्यू ऑपरेशन कर उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
डीसा विधायक प्रवीण माली ने बताया, दीपक ट्रेडर्स नाम की यह पटाखा फैक्ट्री खूबचंद सिंधी की है। वह यहां विस्फोटक लाकर पटाखा बनाते थे। उनके पास पटाखा बनाने का लाइसेंस नहीं है। उन्हें सिर्फ पटाखा बेचने का लाइसेंस जारी किया गया है। फिलहाल, स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खेतों में बिखरे मिले मानव अंग
पटाखा फैक्ट्री में बड़ी संख्या में विस्फोटक मौजूद था। आग लगते ही उसमें ब्लास्ट होने लगा। लिहाजा, फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों को भागने का मौका ही नहीं मिला। विस्फोट इतना भीषण था कि न सिर्फ बिल्डिंग का स्लैब धराशायी हो गया, बल्कि मजदूरों के अंग दूर-दूर तक बिखर गए। कुछ मानव अंग तो फैक्ट्री के पीछे स्थित खेत में पड़े मिले हैं।
एसडीएम नेहा पांचाल के मुताबिक, सभी घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, वहां 3 लोगों का इलाज चल रहा है। जो 40 प्रतिशत से अधिक झुलस गए हैं। हादसे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई। प्रशासन और पुलिस की टीमें जांच कर रही हैं। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी फैक्ट्री के अंदर कूलिंग कर रहे हैं।